नई दिल्ली: दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के 12 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही शहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के अब तक कुल 22 मामले सामने आ चुके हैं। लोक नायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि ज्यादातर मरीजों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है और उनमें ‘संक्रमण के लक्षण’ नहीं हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित 22 मरीजों में से 10 को छुट्टी मिल चुकी है।
LNJP में तैयार की गई है विशेष सुविधा
LNJP हॉस्पिटल में ओमिक्रॉन मामलों के उपचार और मरीजों को पृथक करने के लिए विशेष सुविधा तैयार की गई है। उन्होंने बताया, ‘इनमें से कुछ में संक्रमण के आंशिक लक्षण जैसे कि हल्का बुखार, बदन दर्द और गले में खराश है।’ डॉक्टर ने बताया कि ओमिक्रॉन के 2 वे मरीज हैं जो 'आगमन पर एयरपोर्ट पर संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में आए थे।’ एलएनजेपी के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में 40 लोग लोक नायक अस्पताल के विशेष सुविधा केंद्र में भर्ती हैं।
‘ओमिक्रॉन पर स्थिति अभी नियंत्रण में है’
मंत्री ने गुरुवार को बताया था कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। वहीं, मंगलवार को कहा था कि ‘ओमिक्रॉन’ के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली में ओमिक्रॉन के पहले मामले की पुष्टि रांची के 37 वर्षीय व्यक्ति में 5 दिसंबर को हुई थी। उसे सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में एक सप्ताह तक रहा था और उसमें आंशिक लक्षण थे।
‘लोगों को सभाओं में जाने से बचना चाहिए’
दिल्ली में ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि के बीच डॉक्टरों ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को सभाओं में जाने से बचना चाहिए और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए। डॉक्टरों ने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो इस प्रकार के कोरोना वायरस की अत्यधिक संक्रामक प्रकृति को देखते हुए महामारी की स्थिति खराब हो सकती है।