UP Police के इस कारनामे से उड़ जाएंगे होश, महिला पुलिस ने कर लिया इंस्पेक्टर का अपहरण!
Woman Station In-Charge Kidnapped Inspector in Sultanpur UP: वैसे तो अपहरण की अनेकों कहानियां आपने सुनी और देखी होंगी, लेकिन हम आपको यूपी पुलिस के एक ऐसे अपहरण के कारनामे को बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। यूपी के सुलतानपुर में हुई अपहरण की इस सनसनीखेज वारदात से आलाकमान भी सकते में है।
Woman Station In-Charge Kidnapped Inspector in Sultanpur UP: वैसे तो अपहरण की अनेकों कहानियां आपने सुनी और देखी होंगी, लेकिन हम आपको यूपी पुलिस के एक ऐसे अपहरण के कारनामे को बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। यूपी के सुलतानपुर में हुई अपहरण की इस सनसनीखेज वारदात से आलाकमान भी सकते में है। लखनऊ में बैठे बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी भी इस घटना से हैरान हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिला मुख्यालय के कोतवाली नगर में एक पुलिस निरीक्षक का कथित तौर पर महिला थाना की प्रभारी ने ही अपहरण कर लिया। अब इस कथित अपहरण के मामले में अदालत के आदेश पर महिला थाने की तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक और एक सिपाही के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गयी है। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोमेन बर्मा ने बताया कि अदालत के आदेश पर महिला निरीक्षक और सिपाही के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।
इस महिला पर है इंस्पेक्टर के अपहरण का आरोप
एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है और पुलिस निरीक्षक निशू तोमर का पता लगाने के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। पुलिस के अनुसार मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के आदेश पर कोतवाली थाने में सुलतानपुर की तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष (निरीक्षक) मीरा कुशवाहा और एक महिला सिपाही के खिलाफ शनिवार को अपहरण की धारा में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ही एसपी ने महिला थानाध्यक्ष कुशवाहा को निलंबित कर दिया था ।
ये है पूरी कहानी
घटना के संदर्भ में पुलिस ने बताया कि सुलतानपुर जिले के हलियापुर थाने में तैनात रहे पुलिस निरीक्षक निशू तोमर के खिलाफ जुलाई माह में एसपी कार्यालय में तैनात एक महिला सिपाही ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि इसी सिलसिले में तोमर के खिलाफ कोतवाली नगर में संबंधित धाराओं के अधीन पुलिस ने मामला दर्ज किया । तोमर के खिलाफ सिपाही के घर में घुसकर मारपीट करने, धमकी देने तथा गाली-गलौज करने और पैसे के लेनदेन की धाराएं भी लगाई गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार पहले इस मामले की विवेचना कोतवाली नगर के प्रभारी राम आशीष उपाध्याय को मिली, लेकिन पीड़िता सिपाही ने उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया, जिसके बाद यह मामला महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा के पास स्थानांतरित कर दिया गया । इस बीच 22 सितंबर को मीरा कुशवाहा को जिला सत्र न्यायालय में तोमर के मौजूद होने की सूचना मिली तो वह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और आरोपी पुलिस निरीक्षक को पकड़कर महिला थाने लेकर आयी । इसी दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में पुलिस निरीक्षक तोमर रहस्यमय ढंग से गायब हो गये ।
इंस्पेक्टर की पत्नी ने दर्ज कराया अपहरण का मुकदमा
इंस्पेक्टर तोमर की पत्नी कुसुम ने जब पति की खोजबीन की तो पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद उनको छोड़ दिया गया था । 22 सितंबर से अब तक तोमर का पता नहीं लगने पर कुसुम ने अदालत की शरण ली और प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था । मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रचना ने शुक्रवार को पीड़िता के प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए नगर कोतवाली पुलिस को तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा और तोमर के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सिपाही के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने नगर कोतवाली में मामला पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी है।