चेन्नई: तमिलनाडु के इरोड जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पति-पत्नी के रिश्ते को कलंकित कर दिया है। यहां एक महिता ने तीन करोड़ रुपये की बीमा राशि पाने के लिए अपने पति की हत्या कर दी। महिला ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया। पुलिस से बचने के लिए वारदात को दुर्घटना की शक्ल दी गई।
मामला इरोड जिले के पेरुन्दुरई का है, जहां 62 साल के रंगराजन को उनकी पत्नी ने महज बीमे की रकम के लिए गाड़ी में जलाकर मार डाला। इस वारदात को अंजाम देने में महिला का साथ उसके चचेरे भाई ने दिया। बता दें कि रंगराजन एक पावर लूम और रियल एस्टेट के कारोबी थे।
वह पिछले महीने एक दुर्घटना में घायल हो गए थे और कोयंबटूर के एक अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन, फिर उनकी 55 वर्षीय पत्नी ज्योति मणि ने उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कराया और ओमनी वैन से घर ले जाने लगे। इस दौरान महिला का चचेरे भाई राजा (41) भी साथ था। दोनों पहले ही रंगराजन के कत्ल की राजिश रच चुके थे।
दोनों ने बताया कि वह ओमनी वैन से अस्पताल से घर के लिए निकले, तभी पेरुमानल्लूर के पास उसमें आग लग गई। दोनों गाड़ी से निकलने में कामयाब हो गए लेकिन वह रंगराजन को बाहर नहीं निकाल पाए। हालांकि, पुलिस ने जांच की तो ज्योति मणि और राजा के बयान में अंतर पाया, जिससे पुलिस को शक हो गया।
पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। महिला ने बताया कि रंगराजन की 3 करोड़ रुपये की दुर्घटना बीमा पॉलिसी थी और वह बीमा में नॉमिनी थी। महिला ने बताया कि उनपर 1 करोड़ रुपये का कर्ज था। उधार वाले लगातार पैसा लौटाने का दबाव बना रहे थे।
ज्योति मणि और राजा ने कबूला कि रंगराजन ने ही उन्हें उसे मारने और बीमे की रकम से कर्ज चुकाने के लिए कहा था। जिसके बाद ज्योति मणि और राजा ने पेट्रोल डालकर वाहन (जिस वैन में रंगराजन को अस्पताल से ला रहे थे) में आग लगा दी ताकि यह एक दुर्घटना लगे और बीमे के 3 करोड़ रुपये उन्हें मिल जाए। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
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