बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में खुद को दरोगा बताकर वसूली करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार किया गया शख्स रिटायर्ड फौजी है और वह पुलिस की खाकी वर्दी में खुद को दरोगा बताकर फर्जी तरीके से वाहनों की चेकिंग करने एवं लोगों से वसूली करने का काम करता था। रिटायर्ड फौजी को बरेली की बिथरी चैनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि फर्जी दरोगा लाखन सिंह के पास से एक विटारा ब्रेजा कार, एक पिस्तौल (32 बोर) एवं 10 कारतूस बरामद की गई हैं।
वाहनों से वसूली कर रहा था फर्जी दरोगा
सजवाण ने बताया कि फर्जी दरोगा के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाना में मुकदमा पंजीकृत किया गया और उसे बुधवार को जेल भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक, मंगलवार को चैनपुर थाने की रामगंगा नगर चौकी से कुछ दूरी पर पुलिस वर्दी में खुद को दरोगा बताने वाला यह शख्स वाहनों की चेकिंग कर लोगों से वसूली कर रहा था, कई लोगों को उसके ऊपर शक हुआ। उन्होंने चेकिंग कर रहे दरोगा से तैनाती के स्थल पूछना शुरू किया एवं फिर उन्होंने उसकी हरकतों को देखकर रामगंगा नगर चौकी इंचार्ज कमलेश त्यागी को सूचना दी।
चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल करता था लाखन सूचना देने वाले लोगों ने बिथरी चैनपुर के इनस्पेक्टर मनोज त्यागी को अवगत कराया कि उनके नाम से कोई फर्जी दरोगा बनकर चेकिंग कर अवैध वसूली कर रहा है। जिस जगह फर्जी दरोगा अवैध वसूली कर रहा था वहां इंस्पेक्टर मनोज त्यागी के नेतृत्व में घेराबंदी की और उसे पकड़ लिया गया।
पुलिस की पूछताछ में फर्जी दरोगा लाखन सिंह ने बताया कि 17 जाट रेजीमेंट में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वह 15 साल से फर्जी दरोगा बन कर वसूली कर रहा था। उसने बताया कि इस काम को अंजाम देने के लिए वह चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल करता था।
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