व्यारा: गुजरात के तापी में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के दो कर्मचारियों को यहां स्थित एक न्यास स्कूल के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिये कथित रूप से दस लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी भरत पटेल ने न्यास संचालित स्कूल को जारी एक नोटिस के एवज में कोई कार्रवाई नहीं करने के लिये दस लाख रुपये बतौर रिश्वत की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक की ओर से दर्ज शिकायत पर कार्रवाई करते हुये ब्यूरो के अधिकारियों ने एक जाल बिछाया। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बतौर क्लर्क तैनात रविंद्र पटेल को रिश्वत की राशि देनी थी। अधिकारी ने बताया कि पटेल को संदेह हुआ और उसने रिश्वत लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि शिकायत के अनुसार, डीईपीओ ने हाल ही में स्कूल में औचक निरीक्षण किया और नोटिस जारी कर निरीक्षण के दौरान उठाये गये मसलों को निपटाने के लिये कहा था।
हालांकि, मामले का समाधान हो गया और अधिकारी की तरफ से स्कूल को एक और नोटिस जारी किया गया। अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने जब डीपीईओ से मामले को निपटाने के लिये मुलाकात की तो उसने इसके लिये दस लाख रुपये दूसरे आरोपी के माध्यम से देने के लिये कहा। आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
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