झुंझुनूं साधु डबल मर्डर केस में दो गिरफ्तार, नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी
राजस्थान के झुंझुनूं में दो साधुओं की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनो आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
झुंझुनूं के पचेरी कलां थाना इलाके के हरियाणा बॉर्डर पर स्थित नावता गांव के पास मिली दो साधुओं की लाश के मामले में पुलिस ने ना केवल खुलासा कर दिया है बल्कि मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस खुलासे के बाद धार्मिक आस्था के केंद्र आश्रम पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। इस डबल मर्डर केस में पुलिस ने जिन दो लोगों को अरेस्ट किया है उसमें से एक साध्वी है। मिली जानकारी के अनुसरा पकड़े गए दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
एक आरोपी यूपी का, दूसरा एमपी का
दरअसल सिंघाना थाना इलाके के भोदन स्थित बल्लागिरी आश्रम में शराब पार्टी के बाद हुए साधुओं के आपसी झगड़े में यह डबल मर्डर किया गया था। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि इस मामले में यूपी जिले के कन्नौज जिले के मोरा गांव निवासी 31 वर्षीय छोटेसिंह उर्फ लखनदास पुत्र मोनूसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया है। जो कुछ सालों से सिंघाना के भोदन स्थित बल्लागिरी महाराज के आश्रम में महंत था। वहीं हत्या में सहयोगी रही 57 वर्षीय साध्वी अनुसुईया को गिरफ्तार किया है। जो मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के निमखेड़ा रमरखिया गांव की रहने वाली है।
ईंट से वार करके उतारा था मौत के घाट
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन 31 मई को पटीकरा नारनौल आश्रम के विशिष्ट गिरी महंत अपने सेवादार गौतम सिंह निवासी बगड़ के साथ सिंघाना के समीप भोदन आश्रम पहुंचे थे। जहां पहले तो विशिष्टगिरी महंत ने सेवादार गौतम तथा आश्रम के महंत लखनदास के साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद आश्रम में मौजूद साध्वी अनुसुइया ने सभी के लिए भोजन बनाया। इस दौरान विशिष्टगिरी महंत ने आशंका जाहिर की कि अनुसुइया ने जो भोजन बनाया है उसमें जहर मिलाया हुआ है। जिस पर लखनदास और अनुसुइया ने ईंट से वार करके विशिष्टगिरी महंत को मार डाला। जब गौतम सिंह छुड़वाने आया तो उसे भी गला घोंटकर मार दिया।
कन्नौज से किया गिरफ्तार
दोनों आरोपी बाद में मृतकों(दोनों) के शवों को विशिष्टगिरी महंत की गाड़ी में डालकर नावता के पास पटक गए और कन्नौज चले गए, जहां से वे नेपाल जाने की फिराक में थे। पुलिस ने 130 सीसीटीवी कैमरे खंगालकर और 500—600 किलोमीटर पीछा कर कन्नौज के एक घर से दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
एक आरोपी को भेजा जेल, दूसरा पुलिस रिमांड पर
पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से साध्वी अनुसुइया को जेल भेज दिया। वहीं लखनदास महाराज सात जून तक पुलिस रिमांड पर है। पुलिस ने आरोपियों से गाड़ी और गाड़ी में रखे 15 हजार रूपए बरामद कर लिए हैं। गिरफ्तार आरोपी लखनदास का नाम छोटे सिंह भी है। जो यूपी के कन्नौज जिले की छिबड़ा तहसील के गुरूसाईगंज थाना इलाके के मोरा निवासी मोनूसिंह राजपूत का बेटा है।
लखनदास से करीब दोगुनी उम्र की है आरोपी अनुसुइया त्यागी
छोटेसिंह उर्फ लखनदास की उम्र 31 साल है। वहीं दूसरी आरोपी अनुसुइया त्यागी लखनदास से करीब दोगुनी उम्र की है। अनुसुइया त्यागी की उम्र 57 साल है। वह मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के पुलिस थाना बिलखेड़ा के रमरखिया गांव के पास निमखेड़ा की रहने वाली है। वहां पर मकान नंबर 116 में रहने वाली अनुसुइया त्यागी के पति रामकिशनदास त्यागी का पहले ही निधन हो चुका है।
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