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Hindi News क्राइम Telangana Serial Killer: ताड़ी की दुकान पर महिलाओं से करता था दोस्ती, 17 को उतारा मौत के घाट, मिली उम्रकैद

Telangana Serial Killer: ताड़ी की दुकान पर महिलाओं से करता था दोस्ती, 17 को उतारा मौत के घाट, मिली उम्रकैद

तेलंगाना के जोगुलम्बा-गडवाल जिले की एक अदालत ने 17 महिलाओं की हत्या करने वाले एक सीरियल किलर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। ताड़ी की दुकानों पर महिलाओं से दोस्ती करने के बाद उन्हें निशाना बनाने वाले 47 साल के येरुकली श्रीनू को हत्या के एक मामले में सजा सुनाई गई। 

Telangana serial killer who killed 17 women gets life imprisonment- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE Telangana serial killer who killed 17 women gets life imprisonment

Highlights

  • 17 महिलाओं की हत्या कर चुका है सीरियल किलर
  • तेलंगाना की एक अदालत ने सुनाई उम्रकैद की सजा
  • ताड़ी की दुकान पर महिलाओं से करता था दोस्ती

Telangana Serial Killer: तेलंगाना के जोगुलम्बा-गडवाल जिले की एक अदालत ने 17 महिलाओं की हत्या करने वाले एक सीरियल किलर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। ताड़ी की दुकानों पर महिलाओं से दोस्ती करने के बाद उन्हें निशाना बनाने वाले 47 साल के येरुकली श्रीनू को हत्या के एक मामले में सजा सुनाई गई। तीसरे अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने उसे दोषी ठहराया और गुरुवार को उसे चिट्टी अलीवेलम्मा (53) की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

अब तक 17 महिलाओं की हत्या

सीरियल किलर को 2019 में अलीवेलम्मा की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जांच से पता चला कि उसने पिछले एक दशक में 16 अन्य महिलाओं को मार है। श्रीनू की पत्नी सलाम्मा को भी चोरी की संपत्ति का स्टॉक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। शराब का आदी श्रीनु ताड़ी की दुकानों पर पीने के लिए आने वाली महिलाओं से दोस्ती करता था। फिर उन्हें पिकनिक के नाम पर सुनसान जगहों पर ले जाता था। वह उनके साथ शराब पीकर उनकी हत्या कर देता था और उनके सोने-चांदी के आभूषणों को चुरा लेता था।

कैसे पकड़ा गया सीरियल किलर?

श्रीनू आखिरकार तब पकड़ा गया जब पुलिस ने अलीवेलम्मा की हत्या के मामले को सुलझाया, जिसका शव 17 दिसंबर, 2019 को महबूबनगर जिले के एक गांव के पास मिला था। पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ने रंगारेड्डी और महबूबनगर जिलों में विभिन्न स्थानों पर ताड़ी की दुकानों पर अकेली महिलाओं को निशाना बनाया था।

भाई का भी किया खून

2009 में भी श्रीनू को कुछ आपराधिक मामलों में दोषी ठहराया गया और जेल भेजा गया था। उसे अपने भाई की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन 2013 में जेल में अच्छे आचरण के लिए उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि, उसमें कोई बदलाव नहीं आया।

आखिरी बार 2018 में जेल से रिहा होने के बाद, अधिकारियों ने उसे जेल विभाग द्वारा संचालित एक पेट्रोल बंक पर इस उम्मीद के साथ नौकरी प्रदान की थी कि वह सुधर जाएगा। फिर भी वह शराब पीकर अपराध करता रहा। उसे 11 मामलों में बरी किया गया था। हाल ही में दो मामलों में उसे बरी किया गया था। पुलिस ने उसके बरी होने के खिलाफ अपील की थी।

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