बेटे से था शादीशुदा महिला का अफेयर, बाप से बर्दाश्त नहीं हुआ और फिर...
21 मई को मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के भद्रकाली चौकी के पास नहर पटरी के किनारे एक महिला की लाश मिली थी। महिला की लाश के पास उसका आधार कार्ड भी मिला था जिससे उसकी पहचान गाजियाबाद की रहने वाली मीनू के रूप में हुई थी।
मेरठ: यूपी के मेरठ जिले के हस्तिनापुर इलाके में महिला की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने 32 वर्षीय एक युवती की गला रेतकर हत्या करने के आरोप में लड़के के पिता को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान मनोज के रूप में हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश बहादुर ने कहा कि 21 मई (रविवार) को एक महिला की हत्या के संबंध में पुलिस को पीसीआर कॉल मिली थी। सूचना पर तत्काल स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस को महिला का शव मिला, जिसका गला किसी धारदार हथियार से कटा हुआ था।
आधार कार्ड से हुई पहचान
दरअसल, 21 मई को मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के भद्रकाली चौकी के पास नहर पटरी के किनारे एक महिला की लाश मिली थी। महिला की लाश के पास उसका आधार कार्ड भी मिला था जिससे उसकी पहचान गाजियाबाद की रहने वाली मीनू के रूप में हुई थी। पता चला था कि मीनू का ससुराल मेरठ के थाना टीपी नगर क्षेत्र के पूठा गांव में है। छानबीन पर पता चला कि महिला लोन दिलाने का काम करती है और वह 20 तारीख को भी घर से लोन दिलाने के नाम पर गई थी लेकिन उसकी लाश मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के भद्रकाली चौक के पास नहर पटरी के पास मिली।
जांच में पता चला कि मीनू और लल्लापुरा नई बस्ती निवासी मनोज के पुत्र अर्जुन के साथ प्रेम-प्रंसग में थी। आरोपी ने हत्या का अपराध कबूल किया है। आरोपी मनोज पूछताछ में पुलिस को बताया कि महिला शादीशुदा थी जो उसको पसंद नहीं थी। मीनू काफी समय से अपने पति से अलग रह रही थी। दोनों में विवाद था। मनोज के बार-बार समझाने के बाद भी मीनू उसके बेटे से मिलती थी। अर्जुन मीनू के साथ काम करता था और काम करते करते ही दोनों की नजदीकियां बढ़ गई थी। लेकिन उनकी नजदीकियों से अर्जुन के परिवार वाले नाखुश थे और खासतौर से अर्जुन का पिता मनोज ज्यादा नाखुश था। इस बात को लेकर उसने अपने बेटे से भी कई बार मीनू से अलग होने को कहा लेकिन वह नहीं माना। इसीलिए बेटे की प्रेमिका को मौत के घाट उतारने के लिए अर्जुन के पिता मनोज ने पूरा प्लान बनाया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
मनोज और अर्जुन के बड़े भाई अरुण ने मीनू को कहा कि हस्तिनापुर के भद्रकाली मंदिर में अर्जुन के स्वास्थ्य के लिए पूजा करनी है। पूजा के लिए मीनू को स्विफ्ट कार में बिठा कर मनोज और उसका बेटा अरुण अपने साथ हस्तिनापुर ले गए। दोनों ने स्विफ्ट कार के अंदर ही मीनू की चाकू से गर्दन रेतकर हत्या कर दी और शव को मध्यगंग नहर के किनारे फेंक दिया।
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ASP ने कहा कि आरोपी मनोज को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि हत्या में शामिल आरोपी अरुण अभी भी फरार हैं। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम प्रयास कर रही है। अधिकारी ने कहा, आरोपी के खिलाफ हस्तिनापुर थाने में आईपीसी धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज किया गया। हत्या में प्रयुक्त चाकू और एक स्विफ्ट कार को बरामद किया गया है।