साइबर क्राइम थाना बाहरी उत्तरी जिला बवाना ने भरतपुर से शराब की ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर हो रही धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस शख्स ने शराब की आपूर्ति के नाम पर 200 से अधिक लोगों को ठगा है। आरोपी लोगों को ठगने के अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए गूगल एड (GOOGLE Ad) का उपयोग कर रहा था। मास्टरमाइंड के पास से 3 एंड्रॉइड मोबाइल फोन और एक कीपैड फोन बरामद हुए हैं।
200 से अधिक लोगों लगाया चूना
गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान अजहरुद्दीन खान पुत्र रत्ती खान के तौर पर हुई है। अजहरुद्दीन झेंझपुरी, कामा, जिला भरतपुर, राजस्थान का रहेने वाला है। 23 साल के इस आरोपी ने शराब की होम डिलीवरी के नाम पर 200 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने बताया कि 2 बैंक खाते और 2 वॉलेट का इस्तेमाल धोखाधड़ी के पैसे को निकालने में किया जाता था, जिन्हे डेबिट फ्रीज किया गया है।
यूट्यूब ऐड से बनाते थे शिकार
इस मामले की 05/08/2022 को शिकायत दर्ज की गई थी और साइबर पीएस ओएनडी द्वारा प्राप्त की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यूट्यूब चैनल देखते समय स्क्रीन पर शराब की होम डिलीवरी के लिए एक फोन नंबर दिखाई दिया। उसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया, जो क्यूआर कोड, बार कोड और खाता संख्या भेजता है, और ओटीपी मांगा, जिसे उन्होंने साझा किया और उसके बाद कुल अलग-अलग लेनदेन में उनके खाते से 78,374 रुपये का फ़्रौड हो गया। इसके बाद आरोपी ने फोन नंबर ब्लॉक कर दिया और दोबारा फोन नहीं उठाया। इसके बाद आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच शुरू की गई।
राजस्थान के एक गांव में बैठकर कर रहा था फ्रॉड
अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एसएचओ/पीएस साइबर क्राइम/आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की एक टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान यह पता चला है कि भरतपुर जिले (मेवात) के कामा तहसील के झेंझपुरी गांव में ये मोबाइल नंबर चालू पाए गए। साइबर थाना के एसआई जगदीप नारा के नेतृत्व में टीम को जांच के लिए आउटर नॉर्थ थाना से भरतपुर जिला भेजा गया और टीम ने अजहरुद्दीन खान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी जयपुर के एक नामी कॉलेज से फार्मेसी में डिप्लोमाधारी है।
ये थी मास्टरमइंड की मोडस ऑपरेंडी
अजहरुद्दीन गुड़गांव स्थित प्रसिद्ध शराब की दुकानों के नाम पर गूगल ऐड पर ऐड पोस्ट करता था, जिनके नाम जगदीश वाइन एल-1, डिस्कवरी वाइन और लेक फॉरेस्ट हैं। आरोपी पिछले एक साल से पूरे एनसीआर में कई लोगों को ठग रहा है। उनके द्वारा पोस्ट किया गया गूगल ऐड भी यूट्यूब पर चलता है। यूट्यूब देखते समय शराब की होम डिलीवरी के साथ जालसाजों का नंबर स्क्रीन पर फ्लैश हो जाता था और लोग दिए गए नंबर पर शराब की होम डिलीवरी के लिए कॉल करते थे। इसके बाद पीड़ित को फोन पर फर्जी तरीके से क्यूआर कोड, बार कोड स्कैन करने और ओटीपी पूछकर शेल खातों में भुगतान करने के लिए कहा जाता था।
Latest Crime News