नई दिल्ली: उधार लेकर न लौटाने की आदत की कीमत एक शख्स को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। आर्थिक लेन-देन के विवाद में रोहित चिकारा उर्फ नीरज नाम के शख्स की कथित रूप से उसके दोस्त ने गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को एक गड्ढे में फेंक दिया। पुलिस ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इस मामले में 32 साल के शख्स दीपक डबास को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक डबास और रोहित चिकारा उर्फ नीरज (35) एक दूसरे को पिछले 5-6 साल से जानते थे।
‘गढ़ी रिंधाला गांव में एक मंदिर के पीछे गड्ढे में फेंका शव’
पुलिस ने बताया कि चिकारा अक्सर आरोपी से पैसे लेता था लेकिन लौटाता नहीं था और इस बात पर दोनों के बीच अक्सर कहासुनी हो जाती थी। उन्होंने कहा कि डबास 11 और 12 जून की दरमियानी रात को चिकारा को कांझावाला के एक खाली पड़े प्लॉट पर ले गया जहां उसने चिकारा को शराब पिलाई और फिर उसका गला घोंट दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि डबास ने चिकारा के शव को कांझावाला से 8 किलोमीटर दूर गढ़ी रिंधाला गांव में एक मंदिर के पीछे गड्ढे में फेंक दिया। पुलिस ने घटना के बाद डबास को छिपने की जगह मुहैया कराने वाले 24 साल के विशाल को भी गिरफ्तार कर लिया है।
‘नीरज बवाना की तरह कुख्यात अपराधी बनना चाहता था’
रोहिणी के पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने कहा कि चिकारा का शव 12 जून को बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि चिकारा के परिजनों से संपर्क किया गया था। चिकारा के परिजनों ने बताया कि बताया कि उसे आखिरी बार डबास के साथ देखा गया था। पुलिस जब आरोपी के घर पहुंची तो वह भी घर से लापता मिला। बाद में पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी और आखिरकार आरोपी को धर दबोचा। पुलिस के अनुसार पूछताड में डबास ने अपने जुर्म को कबूल कर लिया और बताया कि वह नीरज बवाना की तरह कुख्यात अपराधी बनना चाहता था।
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