कर्नाटक के शिवमोग्गा में दिल दहलाने वाला केस, पत्नी और बेटों ने ली शख्स की जान
28 सितंबर को शिवमोग्गा के बाहरी इलाके के होनेसेकोप्पा फॉरेस्ट रेंज में एक पूरी तरह जली हुई कार मिली थी।
बेंगलुरु: कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में एक शख्स की उसकी पत्नी और बेटों द्वारा कथित तौर पर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मृतक एक ‘दूसरी औरत’ को 51 लाख रुपये देना चाहता था, जिसके चलते पत्नी और बेटों ने फिल्मी स्टाइल में उसकी हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि पुलिस 28 सितंबर को सामने आए इस मामले को दुर्घटना या आत्महत्या समझ रही थी, लेकिन जब उसने मामले को परत दर परत देखा तो बात कुछ और ही निकली।
अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच
बता दें कि 28 सितंबर को शिवमोग्गा के बाहरी इलाके के होनेसेकोप्पा फॉरेस्ट रेंज में एक पूरी तरह जली हुई कार मिली थी। कार के अंदर एक शख्स का जला हुआ शव था। पुलिस को पहले लगा कि या तो चलती गाड़ी ने आग पकड़ ली जिसके चलते शख्स की मौत हो गई या फिर उसने कार के अंदर खुद को आग लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस ने इसके बाद आसपास के सभी पुलिस स्टेशनों के जरिए गुमशुदगी की शिकायतों को खंगालना शुरू किया ताकि मृतक की पहचान की जा सके, लेकिन कहीं कोई शिकायत दर्ज नहीं थी। इसके बाद तीर्थहल्ली पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
पत्नी ने कहा, कई दिनों से परेशान चल रहे थ उसके पति
पुलिस को जांच में जली हुआ गाड़ी का चेसिस नंबर मिल गया, जिसके जरिये पुलिस को पता चला कि जली हुई कार 45 साल के बिजनेसमैन विनोद की थी। पुलिस ने विनोद के घर पहुंचकर पत्नी बीनू से पूछताछ की तो उसने कहा कि उसके पति बिजनेस के सिलसिले में मंगलुरु गए हैं। बीनू ने पुलिस को बताया कि विनोद अक्सर बिजनेस के सिलसिले में घर से बाहर रहते हैं और कई दिनों तक फोन नहीं करते, इसलिए घर वाले उसकी चिंता नहीं करते। बीनू ने पुलिस को यह भी कहा कि बिजनेस में हुए नुकसान की वजह से उसके पति पिछले कई दिनों से परेशान भी चल रहे थे।
पुलिस ने बीनू और दोनों बेटों से कड़ाई से पूछताछ की
पुलिस ने डीएनए सैंपल लेकर यह निश्चित कर लिया कि कार में जो शख्स मृत मिला था वह विनोद ही थे। पुलिस को प्रथमदृष्टया ऐसा लगा कि बिजनेस में नुकसान के चलते विनोद ने खुदकुशी कर ली होगी, लेकिन विनोद के दोनों बेटों और पत्नी बीनू के बयानों में विरोधाभास दिखने लगा। वहीं, विनोद के शव के पोस्टमॉर्टम से पता चला कि विनोद की मौत जलने से नहीं बल्कि सिर पर किसी गहरी चोट की वजह से हुई है और मरने के बाद उसके शव को जलाया गया है। इसके बाद पुलिस ने बीनू और दोनों बेटों से कड़ाई से पूछताछ की।
विनोद ने अपनी एक जमीन 51 लाख रुपये में बेची थी
पुलिस ने जब सख्ती से जांच की तो विनोद की पत्नी बीनू और 2 बेटों विवेक और विष्णु ने ये कुबूल किया कि इन तीनों ने विनोद के भाई संजय और एक रिश्तेदार अशोक के साथ मिलकर विनोद का मर्डर किया है। पुलिस के मुताबिक, 25 सितंबर को विनोद का पत्नी बीनू के साथ एक और औरत के साथ विनोद के संबंधों को लेकर झगड़ा हुआ। विनोद ने अपनी एक जमीन 51 लाख रुपये में बेची थी और वह ये रकम उस औरत को देना चाहता था। बीनू और उनके 2 बेटों को जब इस बात का पता चला तो घर में झगड़ा हो गया और गुस्से में आकर बड़े बेटे विवेक ने विनोद के सिर पर रॉड मार दी जिसके चलते विनोद ने दम तोड़ दिया।
विनोद की लाश को गाड़ी में रखकर जंगल में ले गए
विनोद के भाई संजय को भी उसके अवैध संबंधों की जानकारी थी इसीलिए उसने विनोद की पत्नी बीनू और दोनों बेटों को बचाने की कोशिश की। मर्डर के सुबूत को मिटाने के लिए उसने फिल्मी स्टाइल में एक प्लान बनाया। संजय ने अपने एक रिश्तेदार को भेजकर पेट्रोल मंगवाया। बीनू और दोनों बेटों ने अपना फोन घर पर ही रख दिया और रात 10:30 बजे विनोद की लाश को गाड़ी में रखकर शहर से बाहर जंगल में आ गए। इसी दौरान विनोद के मोबाइल फोन को भी पास ही कि एक झील में फेंक दिया ताकि वह पुलिस के हाथ न लगे। जंगल पहुंचने के बाद विनोद की लाश को ड्राइवर सीट पर बैठाकर कार में आग लगा दी गई।