धर्म बदलकर शादी करने की फिराक में था 50 साल का दूल्हा, फेरे से पहले मंडप में खुल गई पोल, लोगों ने जमकर पीटा
मुस्लिम शख्स ने खुद को हिंदु बताकर गरीब परिवार की नाबालिग लड़की से शादी करने पहुंचा था। शादी में वरमाला के बाद मंडप पर बैठने से पहले ही उसकी असली पहचान उजागर हो गई।
झारखंड के बोकारो में एक मुस्लिम शख्स ने खुद को हिंदु बताकर गरीब परिवार की नाबालिग लड़की से शादी करने पहुंचा था। शादी में वरमाला के बाद मंडप पर बैठने से पहले ही उसकी असली पहचान उजागर हो गई। जिसके बाद लोगों ने उसकी खूब फजिहत की और उसकी जमकर पिटाई कर दी। शख्स का नाम असलम खान बताया जा रहा है, वह धनबाद के वासेपुर का रहने वाला है और उसकी उम्र 50 वर्ष है। लोगों ने उसे पुलिस को सौंपना ही ठीक समझा लेकिन वह अपनी स्कॉर्पियो से भाग खड़ा हुआ। मामला बोकारो के सेक्टर-9 में हरला थाना क्षेत्र की कुम्हारटोली का है।
लोन दिलाने के नाम पर परिवार को दिया झांसा
लड़की के पिता राजू केसरा ने बताया कि वह ठेले पर दुकान चलाकर किसी तरह सात सदस्यों वाले परिवार को पालता है। उसने अपनी बेटी की शादी के लिए एक लाख रुपए जमा किए थे। छह महीने पहले उसकी पत्नी एक साइबर ठग के झांसे में आ गई और उसके खाते से एक लाख रुपए निकल गए। इस झटके से उबरने के लिए उसकी पत्नी और बेटी लोन लेने के लिए बैंक गई थीं। वहीं एक व्यक्ति से उनका परिचय हुआ। उसने अपना नाम संजय कसेरा बताया और लोन दिलाने में मदद के नाम पर वह उनके घर आने लगा।
नाबालिग लड़की से शादी का बनाया दबाव
कुछ दिन के बाद वह पुलिस की वर्दी में उनके घर आने लगा। उसने बताया कि वह पुलिस अधिकारी है और लातेहार जिले में पोस्टेड है। फिर उसने उसकी बेटी के बेहतर भविष्य का वास्ता देकर उसे बरगलाया और तरह-तरह के दबाव-धमकी देकर शादी के लिए राजी करा लिया। राजू कसेरा के मुताबिक कमजोर माली हालत और दबाव-धमकी के चलते उसने बेटी की शादी करने पर हामी भर दी।
युवक की जब खुल गई पोल
तय कार्यक्रम के अनुसार, शादी बीते बुधवार की रात होनी थी। वह कुछ लोगों के साथ आया। वरमाला की रस्म भी हो गई। इसी बीच शादी का पंडाल बनाने वाले मजदूर नेहाल ने उसे और घरवालों को बताया कि वह दूल्हे को पहचानता है। वह संजय कसेरा नहीं, असलम खान है। उसने यह भी बताया कि एक साल पहले वह एक मामले में जेल में था, तब असलम भी वहीं बंद था। पोल खुलते ही शादी समारोह में हंगामा हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के लोग भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने उसकी जमकर लानत-मलामत की। कुछ लोगों ने उसकी पिटाई भी की, लेकिन पुलिस को सौंपे जाने के पहले ही वह स्कॉर्पियो पर बैठकर भाग खड़ा हुआ। उसके साथ आए लोग भी खिसक गए।
असलम पहले भी कर चुका है ऐसा काम
हालांकि पुलिस ने मौके से असलम खान की एक ऑल्टो कार, उसके बैग से पुलिस की वर्दी और एक हथियार भी जब्त किए हैं। परिजनों की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है। बजरंग दल के जिला प्रमुख बजरंग पांडेय ने इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि असलम का क्रिमिनल रिकॉर्ड है। पिछले साल मई 2021 में चास थाने की पुलिस ने ठगी कर पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार जेल भेजा था। वह अन्य कई मामलों में चतरा, रांची और जामताड़ा की जेलों में भी बंद रहा है। यह भी जानकारी मिली है कि उसने पहले भी एक आदिवासी महिला को झांसा देकर उसके साथ शादी रचाई थी।