Jharkhand News: रांची के रातू थाना क्षेत्र के सिमलिया-नयागांव में बुधवार को स्थानीय लोगों ने बच्चा चोरी के संदेह में तीन महिलाओं को बंधक बना लिया और उनकी पिटाई की। सूचना मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई और बंधक बनाई गई महिलाओं को मुक्त करा लिया। तीनों महिलाएं घुमंतू गुलगुलिया समुदाय की हैं।
दवा बेचने के नाम पर घर-घर घूम रही थीं
बताया गया कि ये गांव में दवा बेचने के नाम पर घर-घर घूम रही थीं, तभी किसी ने अफवाह फैला दी कि ये दवा सुंघाकर बच्चा चोरी करने वाली गिरोह की सदस्य हैं। इसपर लोगों ने इन्हें घेर लिया और उनके साथ मारपीट भी की। पुलिस जब इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंची तो ग्रामीण उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं थे।
ग्रामीण उनकी बात मानने को तैयार नहीं हो रहे थे
महिलाओं ने बार-बार कहा कि वे बच्चा चोर नहीं हैं, बल्कि जड़ी-बूटी वाली दवाइयां बेचकर जीवन यापन करती हैं। इसके बावजूद ग्रामीण उनकी बात मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया कि तीनों महिलाओं को थाना ले जाकर पूछताछ की जायेगी। अगर कोई भी संदेह हुआ या सबूत मिला तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस ने तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया
बाद में पुलिस ने तीनों को पूछताछ करने के बाद थाने से छोड़ दिया। बता दें कि इन दिनों राज्य के कई इलाकों में बच्चा चोरी की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं और इसके संदेह में लोग अपरिचितों की पिटाई कर दे रहे हैं। पुलिस के आला अफसरों ने लोगों से ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। कहा है कि अभी तक राज्य के किसी भी क्षेत्र से बच्चा चोरी की कोई घटना रिपोर्ट नहीं हुई है।
महाराष्ट्र में भी भीड़ ने बच्चा-चोर होने के शक में 4 साधुओं को पीटा
सांगली में एक भीड़ ने बच्चा-चोर होने के शक में चार साधुओं की बेरहमी से पिटाई कर दी। ये साधु मथुरा के पंचनामा जूना अखाड़े के बताए जा रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया है। पालघर जैसी इस घटना से एक ताजा राजनीतिक विवाद जन्म पैदा हो गया है। यह घटना मंगलवार को पश्चिमी महाराष्ट्र में जिले की जाट तहसील के लवंगा गांव में हुई। इस घटना ने पालघर जिले में तीन साधुओं की पीट-पीट कर हत्या की यादें ताजा कर दीं।
मथुरा के रहने वाले थे साधु
हालांकि अभी तक कोई औपचारिक पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है। इस घटना ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे-डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सरकार और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच एक ताजा राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मथुरा के रहने वाले चार साधु कर्नाटक के बीजापुर से एक कार से महाराष्ट्र में दाखिल हुए थे और पंढरपुर के तीर्थस्थल की ओर जा रहे थे। मंगलवार को वे कथित तौर पर एक लड़के से रास्ता पूछ रहे थे, तभी कुछ स्थानीय लोगों ने हस्तक्षेप किया और बच्चा चुराने वाले होने के संदेह में उन पर हमला किया।
सांगली के पुलिस अधीक्षक दीक्षित गेदाम ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कम से कम 6 लोगों को हिरासत में लिया है। उन्होंने लोगों से ऐसी अफवाहों का शिकार न होने की अपील की है।
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