नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाई एंड लग्जरी गाड़ियों को चुराने वाले एक गैंग के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सीरज (गाजियाबाद निवासी), उमर दराज और मोहम्मद आमीन (लोनी) के रहने वाले हैं। ये गैंग लग्ज़री गाड़ियों की चाबियों को क्लोन करके वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने 3 आरोपी को गिरफ्तार करके कई लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं।
आरोपियों के पास से 8 लग्जरी कार और दो मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं जिन्हें अलग-अलग इलाकों से चुराया गया था और इन्हें बैंगलोर और साउथ इंडिया के दूसरे इलाकों में बेचा जाता था। क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव के मुताबिक, टीम को जानकारी मिली कि सीरज, गुड्डू और यामीन नाम के ऑटो लिफ्टर चोरी की गई एक होंडा सिटी गाड़ी में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए जाने वाले हैं।
इस जानकारी के बाद एसीपी संजीव कुमार के नेतृत्त्व में एक टीम का गठन किया गया और वजीराबाद के पास अंबेडकर कॉलेज के पास ट्रेप लगाया गया और चोरी की होंडा सिटी कार से इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 4 और लग्जरी गाड़िया होंडा अकॉर्ड, क्रेटा बरामद की गई जो चोरी की गई थी। पूछताछ के बाद इनके पास से चोरी की दो और गाड़िया और रेकी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हाईटेक 2 बाईक भी बरामद की गई। मुख्य आरोपी सीरज को बैंगलोर ले जाया गया जहां से एक और हाई टेक गाड़ी बरामद की गई।
जांच में आरोपी सीरज ने बताया कि 2020 में उसने ओएलएक्स से टोटल लॉस होंडा एकार्ड गाड़ी खरीदी और उसे एक जंक डीलर को बेच दिया ताकि वो उस गाड़ी की नंबर प्लेट का इस्तेमाल चोरी के दौरान कर सकें। इसके बाद इसने एक और होंडा एकॉर्ड कार को पंजाबी बाग से चुराया और इसके चेसिस और इंजन नंबर को टेम्पर करके इस गाड़ी पर ओएलएक्स से खरीदी पहले वाली गाड़ी की नंबर प्लेट लगा दी।
Image Source : INDIA TVलग्जरी गाड़ियां चुराने वाले इंटरस्टेट गैंग का पर्दाफाश, 3 गिरफ्तार, क्लोनिंग के हाईटेक टूल्स बरामद
पूछताछ में पता लगा कि इस गैंग का मास्टरमाइंड गुलाम नबी, संभल यूपी का रहने वाला आरोपी जो चोरी की गाड़ियों को सप्लाई किया करता था वो कंप्यूटर डिवाइज, टैब जिसका इस्तेमाल गाड़ियों की चाबी को क्लोन करने के लिए किया जाता था इसके अलावा अलग-अलग साइज की चाबियां और ये भी सिखाता था कि कैसे इस डिवाइस से लग्जरी गाड़ियों की चाबियों को क्लोन किया जाता है।
आरोपी सीरज अपने साथियों के साथ रात के समय दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उन गाड़ियों की रेकी किया करता था जो सड़को पर पार्क होती थी, रेकी के बाद आरोपी आमीन गाड़ी का सिक्योरिटी सिस्टम डिसएबल करता और ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर कंप्यूटर डिवाइज,टैब के जरिए वो गाड़ियों की ड्यूप्लिकेट चाबियों को क्लोन करता था।
इसके बाद उमर गाड़ी को लेकर इसे गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों में गुलाम नबी को हैंडओवर कर दिया करता था। जांच में ये भी पता लगा कि गाड़ियों को चुराने के दौरान ये आरोपी कार जिसका नंबर DL4CNC3251 होता था उसे ही इस्तेमाल करते थे क्योकि ये इसे चोरी के लिए लकी मानते थे। ये पहले मैकेनिक का काम करते थे और एकबार यूपी पुलिस के हत्थे भी चढ़े थे लेकिंजेल से बाहर आकर इन्होंने अपना गैंग शुरू करके लग्जरी गाड़ियों को चुराने का काम शुरू कर दिया।
गुलाम नबी पर कई मुकदमे पहले से चल रहे हैं, इसके ठिकानों पर रेड्स की गई लेकिन ये फरार हो गया। सभी आरोपियों के अलग-अलग काम तय थे, जिसमें किसी का काम गाड़ी की रेकी, किसी का सिक्योरिटी सिस्टम डिसेबल करना तो किसी का इसे चलाकर गाजियाबाद में मास्टरमाइंड गुलाम तक पहुचाना जहां से इन गाड़ियों को बैंगलोर और साउथ इंडिया के अलग अलग हिस्सों में भेज दिया जाता था और अथॉरिटी में किसी की मदद से नया रजिस्ट्रेशन नंबर से गाड़ियों को बेच दिया करते थे।
फिलहाल मास्टर माइंड समेत बाकि आरोपियों की तलाश की जा रही है। इनके पास से चोरी की गई लग्जरी गाड़ियां और क्लोनिंग के हाईटेक टूल्स बरामद किए गए हैं। जिसके जरिए ये गाड़ियों की चाबियां क्लोन करके इन वारदातों को अंजाम दिया करते थे।
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