32 रुपये देकर डॉक्टर को भिजवाई थी रंगदारी की चिट्ठी, मामला खुला तो हैरान रह गए लोग
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक डॉक्टर को रजिस्ट्री से भेजी गई चिट्ठी में 20 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी, लेकिन जब पूरा मामला सामने आया तो लोग हैरान रह गए।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक डॉक्टर को रजिस्टर्ड चिट्ठी भेजकर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में शुक्रवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र की एक महिला डॉक्टर को मंगलवार को रजिस्ट्री से आई एक चिट्ठी मिली जिसमें 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग की गयी थी। डॉक्टर द्वारा FIR दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से एक स्कूटर भी बरामद किया।
‘पैसे न देने पर दी गई थी जान से मारने की धमकी’
पूछताछ में आरोपी ने जब पूरे मामले का खुलासा किया तो सभी हैरान रह गए। SSP गौरव ग्रोवर ने बताया, ‘डॉ. रोली पुरवर को गोरखपुर के वॉर्ड नंबर 7, गोला बाजार के रहने वाले खुर्शीद और नदीम से एक रजिस्टर्ड चिट्ठी मिली जिसमें 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी और पैसे न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और उन्हें तुरंत सुरक्षा मुहैया कराई। जांच के दौरान, डाकघर के CCTV फुटेज की मदद से, चिट्ठी भेजने वाले शख्स की पहचान गोरखपुर जिले के गोला पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बेवारी निवासी केशरी के रूप में की गई।’
मऊ के घोसी का रहने वाला निकला आरोपी शख्स
पूछताछ के दौरान केशरी ने पुलिस को बताया कि किसी अनजान शख्स ने उसे चिट्ठी पोस्ट करने के लिए 22 रुपये दिए थे, और साथ ही चाय के लिए 10 रुपये एक्सट्रा दिए थे। केशरी द्वारा दी गई जानकारी और CCTV कैमरे के फुटेज से अज्ञात शख्स की पहचान मऊ जिले के घोसी थाना अंतर्गत करीमुद्दीन निवासी मोहम्मद शाहिद अख्तर के रूप में हुई। शाहिद ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे तारिक की शादी 2014 में हुई थी लेकिन कुछ समय बाद ही उसकी बहू ने दहेज उत्पीड़न के लिए पूरे परिवार के खिलाफ FIR करवा दी, जिसके बाद कोर्ट ने तलाक का आदेश दिया।
रिश्तेदारों को फंसाने के इरादे से लिखी थी चिट्ठी
शाहिद ने कहा कि उसके बेटे ने शबनम नाम की एक दूसरी महिला से शादी कर ली लेकिन शबनम की चाची शब्बो और भतीजे खुर्शीद और नदीम उसे उकसाते रहे और वह पिछले डेढ़ महीने से अपने पिता के घर पर रह रही है। आरोपी ने कहा कि उसने नदीम और खुर्शीद को फंसाने के इरादे से उनके नाम से रंगदारी वाली चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने एक बिजली के खंभे पर लगे विज्ञापन से डॉ. रोली का नाम और नंबर लिया था। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा, उसने एक बुजुर्ग व्यक्ति को पत्र भेजने के लिए 22 रुपये देने और चाय के लिए 10 रुपये देने की बात भी मानी।