टिल्लू ताजपुरिया के हत्या की रची गई गहरी साजिश, पेन किलर खाकर दिया था घटना को अंजाम, जानिए मौत की कहानी
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। उसकी हत्या की पूरी साजिश रची गई और हत्या से पहले हत्यारों ने पेन किलर खाया था।
दिल्ली: तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। टिल्लू ताजपुरिया को 20 दिन पहले ही जेल नंबर 8 के हाई सिक्योरिटी वार्ड नंबर 5 में शिफ्ट किया गया था। टिल्लू को वार्ड नंबर 5 के ग्राउंड फ्लोर के सेल में बंद किया गया था, जबकि उसी वार्ड की पहली मंजिल पर गैंगस्टर जितेंद्र गोगी और लारेंस बिश्नोई के गुर्गे बंद थे। जितेंद्र गोगी गैंग के गुर्गे पिछले काफी वक्त से टिल्लू ताजपुरिया को मारने की फिराक में थे। उन सबको जैसे ही ये खबर मिली की टिल्लू ताजपुरिया ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया गया है तो वे सब तुरंत टिल्लू ताजपुरिया को मारने की साजिश में जुट गए।
हत्यारों ने रची मौत की गहरी साजिश
हाई सिक्योरिटी वार्ड में पहली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर जाने का या फिर ग्राउंड फ्लोर से पहली मंजिल पर आने का कोई भी रास्ता नहीं है। दोनों फ्लोर के बीच लोहे की जाली लगी है।कातिल इसी लोहे की जाली को काटकर चादर के सहारे लटक कर नीचे गए थे। लोहे की जाली काफी पुरानी हो चुकी है और वह हिस्सा सीसीटीवी में भी कवर नहीं होता। यह बात इन्हें पता थी इसलिए उन्होंने धीरे-धीरे लोहे की जाली को काटना शुरू कर दिया। लोहे की जगह जाली बहुत ज्यादा कमजोर हो गई और जब उन्हें इस बात का यकीन हो गया कि हल्के से दबाव डालने पर यह जाली टूट जाएगी तो वह फिर सही वक्त का इंतजार करने लगे।
अब आरोपियों को चाहिए थे हथियार
सूत्रों की माने तो कातिलों ने अपनी मंजिल के बैरक में लगे एग्जास्ट फैन को निकाला और फिर उसके लोहे के हिस्से को अलग-अलग भागों में बांट लिया और फिर घिस-घिस कर उसे नुकीला बनाया और चाकू का शेप दिया। जब सारी तैयारी हो गई तो बस आरोपियों को मौके की तलाश थी। साजिश तो 1 मई की सुबह ही टिल्लू पर हमला करने की थी लेकिन सुबह तमिलनाडु सुरक्षा कर्मी जेल के राउंड पर थे। इस वजह से आरोपियों ने अपना इरादा बदल दिया और फिर 2 तारीख को हमले की तैयारी की।
मर्डर से पहले हत्यारों ने खाई थी पेन किलर
सूत्रों की माने 1 मई की पूरी रात पहली मंजिल पर बंद सभी आरोपियों ने पूरी रात जागकर बिताई थी यहां तक कि उन्होंने अपने जूते तक नहीं उतारे थे। 2 मई की सुबह 6:10 पर उन्होंने जैसे ही देखा कि इस वक्त कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है उन्होंने लोहे की जाली को तोड़ा और एक-एक कर चादर के सहारे नीचे कूद गए और फिर टिल्लू को बुरी तरह मारा। बाद में पता लगा कि कातिलों ने हमले के पहले ही पेन किलर टैबलेट खा रखी थी। इसकी वजह ये थी कि हमले के बाद अगर उनकी पिटाई हो तो उन्हें दर्द ना हो।
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