लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी के गोमतीनगर में बुधवार शाम दो आपराधिक गुटों के बीच गोलीबारी में एक कुख्यात अपराधी की मौत हो गयी और उसका एक साथी एवं एक राहगीर घायल हो गए। गोलीबारी में मारा गया अजीत सिंह (39) मऊ जिले का कुख्यात अपराधी था। उसके खिलाफ 17 मामले दर्ज थे, जिसमें से पांच मामले हत्या से जुड़े थे। अजीत ब्लॉक प्रमुख भी रहा था।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर ने ‘भाषा’ को बताया कि अजीत सिंह अपने साथी मोहर सिंह के साथ शाम करीब साढ़े आठ बजे जीप से गोमती नगर में विभूति खंड के कठौता जा रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन हमलावरों ने उन दोनों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसके जवाब में अजीत सिंह की तरफ से भी गोलियां चलायी गयीं। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में अजीत सिंह और मोहर सिंह घायल हो गये तथा वहां से गुजर रहे राहगीर आकाश को भी गोली लगी।
ठाकुर ने बताया कि तीनों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अजीत को मृत घोषित कर दिया, जबकि मोहर सिंह और आकाश का इलाज चल रहा है और दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। उन्होंने बताया कि अजीत सिंह एक कुख्यात अपराधी था और उसके खिलाफ करीब 17 मामले दर्ज थे, जिसमें से पांच हत्या के मामले थे। उसे आपराधिक गतिविधियों के कारण 31 दिसंबर को जिला बदर घोषित किया गया था।
उन्होंने बताया कि दोनो पक्षों की ओर से करीब 20 से 25 राउंड गोलियां चलाई गईं। ठाकुर ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि गोली मारने वाले अजीत के पूर्व परिचित थे और किसी पुरानी रंजिश के चलते यह गोलीबारी की घटना हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि पूर्व में अजीत ब्लॉक प्रमुख भी रहा था। पुलिस आयुक्त के मुताबिक, पुलिस की कई टीम फरार आरोपियों की तलाश कर रही हैं और पुलिस सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। गोमती नगर में शाम को अचानक गोलियां चलने से हड़कंप मच गया।
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