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Hindi News क्राइम रोहिणी जेल से चल रहे एक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार

रोहिणी जेल से चल रहे एक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार

वेस्ट दिल्ली के राजौरी गार्डन पुलिस ने रोहिणी जेल के अंदर से चल रहे एक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गैंग के दो मुख्य आरोपी और उनकी दो महिला साथियों को गिरफ्तार कर एक बड़ा खुलासा किया है।

Extortion racket running from Rohini jail busted, four arrested - India TV Hindi Extortion racket running from Rohini jail busted, four arrested 

नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के राजौरी गार्डन पुलिस ने रोहिणी जेल के अंदर से चल रहे एक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गैंग के दो मुख्य आरोपी और उनकी दो महिला साथियों को गिरफ्तार कर एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक रोहिणी जेल में मकोका समेत एक्सटॉर्शन, हत्या, हत्या की कोशिश समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल गैंगस्टर सद्दाम गौरी जेल के अंदर से एक्सटॉर्शन रैकेट चला रहा था और दिल्ली के एक बिजनेस मेन को धमकी भरे फोन कर रहा था।

2 सितंबर 2020 को बिजनेस मेन के एक रिश्तेदार के यहां से उसे कॉल आया कि उसके दफ्तर में कोई गोली चलाकर गया है, मौके पर व्यापारी ने देखा उसके दफ्तर में शीशे में गोली मारी गई है और खाली खोका वहां पड़ा हुआ है, जांच में पता चला बाइक पर सवार दो लोग आकर गोली चलाकर गए है जिसमे से एक सुरेंद्र उर्फ शेरू है और मौके से ये आरोपी सीसीटीवी का डीवीआर भी लेकर फरार हो गए थे। जांच में पता चला सुरेंद्र उर्फ शेरू गैंगस्टर दीपू बुन्डा जो सलमान त्यागी और सद्दाम गौरी गैंग का एक्टिव मेम्बर है जो जेल से गैंग चलाते है और केस अंडर सेक्शन 3 और 4 मकोका एक्ट में जेल में बन्द है। 

पीड़ित व्यापारी ने 4 सितंबर को पुलिस को शिकायत करके फायरिंग और एक्सटॉर्शन कॉल के बारे में जानकारी दी कि उसे सुरेंद्र और दीपक नाम के गैंगस्टर से धमकी भरा एक्सटॉर्शन कॉल आया है जो जेल में बन्द सद्दाम गौरी के डायरेक्शन पर किया गया है। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 384,336,506 और 120 बी समेत 34 धाराओं में मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। 

21 सितंबर को एक और फायरिंग की कॉल मिली जिसमे सुरेंद्र और दीपक ने अपने राइवल के एक मेंबर को लूटने के इरादे से फायरिंग की थी, इसमें पीड़ित को गोली लगी थी इसको भी सद्दाम गौरी गैंग से एक्सटॉर्शन कॉल आए थे। इसमे भी एक एफआईआर 307,393,397,34 के तहत दर्ज की गई। इसके बाद राजौरी गार्डन एसएचओ अनिल शर्मा के अंडर में एक टीम का गठन किया गया और जांच आगे बढ़ाई गई। 

जांच में पता चला रोहिणी जेल में बन्द सद्दाम गौरी गैंगस्टर और उसके साथी सुरेंद्र और दीपक ये एक्सटॉर्शन रैकेट चलाते है जिसमे कई बार सद्दाम गौरी जेल से ही वाट्सऐप वीडितो कॉल, ऑडियो कॉल करके एक्सटॉर्शन कॉल करता था। शिकायतकर्ता ने बताया एक महिला आरोपी जिसका नाम नेहा कक्कड़ है जो आरोपी दीपक की पत्नी है और आरोपी महिला सोनिया जो गैंगस्टर सुरेंद्र की पत्नी है ये भी इस गैंग में शामिल है। आरोप है फायरिंग के अगले दिन इन महिला आरोपियों ने व्यापारी को पैसे देने का दबाव बनाया था।

इसके बाद तमाम इनपुट्स और मुखबिरों की निशान देही पर सद्दाम गौरी गैंग के बदमाशों को पकड़ा गया जिसमे दीपक उर्फ दीपू जो पहले सट्टा गैंग सलमान त्यागी के लिए काम करता था फिर ये गैंग का खास हो गया और ये एफआईआर नम्बर 397/2019 अंडर सेक्शन 3,4 मकोका केस में वांटेड था। राजौरी गार्डन से, इसका साथी सुरेंद्र उर्फ शेरू जो स्पेशल सेल से एक फायरिंग में पहले गिरफ्तार हुआ था।

सद्दाम गौरी गैंगस्टर जो जेल से गैंग चलाता था, ये शॉप शूटर है, ये 2014 में उत्तराखंड पुलिस की कस्टडी से अपने साथी अमित भूरा को भगाने और पुलिस की 2 एक47 राइफल लेकर फरार हुआ था, ये सुरेंद्र और दीपक को जेल से एक्सटॉर्शन का डायरेक्शन देता था। इनके अलावा इनकी पत्नियों समेत टोटल 9 लोगो को गिरफ्तार किया गया है, इनके पास से मोटरसाइकिल, तीन पिस्टल, तीन मोबाइल फोन, डीवीआर लूटा हुआ बरामद हुए है।

ये कोई पहला मामला नही है जब जेल से इस तरीके से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके गैंग चला रहे हो, सरकार और जेल प्रसाशन कितने दावे कर ले लेकिन जेल की हकीकत ऐसे मामलों से सबके सामने आ ही जाती है, जब तक सख्ती नही होगी जेल से होने वाला ये काला धंधा कभी बन्द नही होगा।

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