पांडव नगर हत्याकांड: रोज घर से तेज आवाजें आती थीं, मकान मालकिन ने खोले राज
अपनी बालकनियों से झांक रहे लोगों को भी परिवार के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था। उन्होंने कहा कि परिवार अपने में ही व्यस्त रहता था। पड़ोसियों ने बताया कि मृतक और उसकी पत्नी मोहल्ले में किसी से बात नहीं करते थे लेकिन उनके घर से रोज लड़ने-झगड़ने की आवाजें आती थीं।
नई दिल्ली: पांडव नगर में सोमवार को स्थानीय निवासी उस घर के आसपास जमा थे जहां एक व्यक्ति की उसकी पत्नी और सौतेले बेटे ने हत्या कर दी और शव के टुकड़े कर दिए। यह घटना हाल में सामने आई श्रद्धा वॉकर हत्याकांड से मिलती जुलती लगती है। 45 वर्षीय अंजन दास, 48 वर्षीय उसकी पत्नी पूनम और 25 वर्षीय सौतेला बेटा पिछले 6 साल से पांडव नगर में एक छोटे से मकान की पहली मंजिल पर रहते थे। उनके मकान मालिक भूतल पर रहते थे लेकिन इस बात से अनजान थे कि दास कई महीने से लापता है।
किसी पड़ोसी से बातचीत नहीं करती थी आरोपी महिला
अपनी बालकनियों से झांक रहे लोगों को भी परिवार के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था। उन्होंने कहा कि परिवार अपने में ही व्यस्त रहता था। उनके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने आरोपी महिला के संबंध में कहा, ‘‘कोई उसे नहीं जानता था। वह 6 साल से यहां रह रही थी और घरेलू सहायिका का काम करती थी। वह किसी पड़ोसी से बातचीत नहीं करती थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी को पता नहीं था कि इस घर में कितने लोग रहते हैं। हमें मीडिया से ही घटना के बारे में पता चला।’’
6 साल पहले किराए पर लिया था मकान
पड़ोसियों ने बताया कि मृतक और उसकी पत्नी मोहल्ले में किसी से बात नहीं करते थे लेकिन उनके घर से रोज लड़ने-झगड़ने की आवाजें आती थीं। मृतक की मकान मालकिन ने बताया कि पति-पत्नी में झगड़े होते रहते थे लेकिन उन्हें कभी ये नहीं लगा कि कुछ ऐसी घटना हो जाएगी। उसने बताया कि मृतक अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ यहां रहता था। उसका एक लड़का दीपक अपनी पत्नी के साथ दूसरे जगह किराए के मकान में रहता था। मकान मालकिन ने बताया, ''अंजन दास को 6 साल पहले मकान किराए पर दिया था। पति-पत्नी के बीच लड़ाई होती रहती थी। पत्नी ने 9 महीने पहले पति को भगा दिया था लेकिन ये पता नहीं वो कब आया और कब उसकी हत्या कर दी गई। हमने कभी यह जानने की कोशिश नहीं की उसका पति कहां गया। जब आज पुलिस आई तब पता चला।''
'मिलनसार नहीं था मृतक का परिवार'
एक अन्य पड़ोसी महिला ने बताया कि परिवार मिलनसार नहीं था इसलिए उनकी इस परिवार से कोई बातचीत नहीं होती थी। मां-बेटियां मोबाइल पर लगी रहती थीं। उन्होंने बताया कि बहू अच्छी थी लेकिन बेटा दीपक यहां नहीं रहता था, वह दूसरे जगह किराए पर रहता था। हमलोगों उनसे बातचीत नहीं करते थे। मियां-बीबी में लड़ाई होती रहती थी लेकिन किस बात पर लड़ाई होती थी, ये हमें नहीं पता था।
पुलिस को मानव अंगों से भरा एक बैग मिला
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जानकारी दी है कि दिल्ली के पांडव नगर में क्राइम ब्रांच ने पति की हत्या के आरोप में एक महिला को उसके बेटे के साथ गिरफ्तार किया है। वे पहले अंजन दास के शरीर के कई टुकड़े करते थे, फिर फ्रिज में रख देते थे और टुकड़ों को पास की जमीन में फेंक देते थे। मृतक अंजन दास को नशे की गोलियां खिलाकर फिर उसकी हत्या की गई। 05.06.2022 को इलाके में गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों ने थाना पांडव नगर के 20 ब्लॉक कल्याणपुरी के सामने रामलीला मैदान में झाड़ियों के पास से दुर्गंध आई। इसकी जानकारी तुरंत पांडव नगर थाना पुलिस को दी गई।
सूचना मिलने पर एसएचओ स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे तो मानव अंगों से भरा एक बैग मिला। पुलिस ने बताया कि क्राइम टीम और एफएसएल टीम को बुलाकर घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 302/201, थाना पांडव नगर के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और शरीर के अंगों को एलबीएस मुर्दाघर में रखवा दिया गया है। शरीर के अंगों की शिनाख्त के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
श्रद्धा के 35 टुकड़े करके जंगल में फेंके
बता दें कि हाल ही में श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस मामले में भी श्रद्धा की हत्या के आरोपी आफताब ने उसके शव के करीब 35 टुकड़े करके एक बड़े से फ्रिज में रखे थे। आरोप है कि अफताब ने बाद में धीरे-धीरे हर दिन दिल्ली के जंगलों में श्रद्धा की लाश के टुकड़े फेंक दिए। बता दें कि इस मामल में भी पुलिस को अभी तक पीड़िता की खोपड़ी, उसके शरीर के बाकी हिस्सों के साथ-साथ शरीर को क्षत-विक्षत करने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार का पता नहीं चल पाया है।