नई दिल्ली: नांगल गैंगरेप मामले में फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को मिली फॉरेंसिक रिपोर्ट से पता चलता है कि आरोपियों ने पहली जांच टीम के सामने झूठ बोला था। फॉरेंसिक टीम द्वारा क्राइम सीन को रीक्रिएट करने से पता चला कि वाटर कूलर में शॉर्ट सर्किट हुआ ही नहीं है यानी ऐसा कोई निशान नहीं मिला है जबकि पूछताछ के शुरुआती चरण में चारों आरोपियों ने दावा किया था कि पीड़िता की मौत करंट लगने से हुई है।
SIT से जुड़े सूत्रों ने बताया कि चारो आरोपियों के खिलाफ जल्द ही पास्को एक्ट के तहत चार्जशीट दायर की जाएगी। पुलिस इस महीने के अंत तक चार्जशीट दाखिल कर देगी। सूत्रों का कहना है कि चारों आरोपियों में से किसी को भी क्राइम ब्रांच की SIT ने क्लीनचिट नहीं दी है। सूत्रों ने बताया कि SIT के पास बिना पॉलीग्राफ टेस्ट किए ही चारों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
गौरतलब है कि मुख्य आरोपी राधेश्याम और श्मशान घाट के पुजारी ने एसआईटी टीम को गुमराह करने की कोशिश करते हुए कहा था कि वाटर कूलर से बिजली का झटका लगता था और मरम्मत के लिए एक इलेक्ट्रीशियन से भी संपर्क किया गया था। श्मशान घाट के बिजली मिस्त्री (पुलिस जांच के मुख्य गवाह) ने मुख्य आरोपी द्वारा किए गए इस दावे को खारिज किया है।
बता दें कि दो आरोपियों पर बलात्कार और हत्या का आरोप है जबकि बाकी दो के खिलाफ सबूत मिटाने का आरोप है। जानकारी के अनुसार, पीड़िता को आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में शाम 5:42 बजे तक देखा गया था और रात 8 बजे बिना इजाजत लिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
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