Delhi crime: दिल्ली पुलिस ने नवजात बच्चों की खरीद-बिक्री में संलिप्त होने के आरोप में एक प्राइवेट हॉस्पिटल के मालिक समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि जहांगीरपुरी इलाके में स्थित संजय ग्लोबल अस्पताल के मालिक डॉ संजय कुमार मलिक (40) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त के बारे में जानकारी मिलने के बाद जाल बिछाकर ये गिरफ्तारियां की गई हैं। रोहिणी के सेक्टर तीन में जाल बिछाया गया जहां हेड कांस्टेबल प्रदीप ने जाली ग्राहक बनकर आरोपियों से बातचीत की।
1.10 लाख रुपये में तय किया सौदा
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दो महिलाएं मधु सैनी और सीमा कुमारी (नाम बदले हुए) मुखबीर और ‘अंडरकवर’ पुलिस कर्मी से मिली। इसके बाद मलिक से भी उनकी मुलाकात हुई और फिर रुखसाना (नाम बदला हुआ) एक नवजात बच्ची के साथ उनसे मिली। रोहिणी के पुलिस उपायुक्त (DCP) प्रणव तायल ने बताया कि उन्होंने बच्ची को और उसके जन्म से संबंधित दस्तावेज़ दिखाए। ‘अंडरकवर’ पुलिस कर्मी ने 1.10 लाख रुपये में सौदा तय किया और इसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
अबॉर्शन के लिए हॉस्पिटल गई थी महिला
पुलिस ने बताया कि जांच में सामने आया कि नवजात बच्ची रुखसाना की थी जो अविवाहित है। वह जब सात माह की प्रेगनेंट थी तो अबॉर्शन के लिए मलिक के अस्पताल गई थी। डीसीपी ने बताया कि मलिक ने समझाया कि वह बच्चे को जन्म दे दे और इसे किसी जरूरतमंद को बेचकर पैसे कमाए। बच्ची का जन्म 27 जुलाई को उसके अस्पताल में हुआ था। तायल ने बताया कि दक्षिण रोहिणी थाने में मामला दर्ज किया गया और सोमवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। DCP ने बताया कि मलिक, सैनी और कुमारी बच्चों की खरीद-फरोख्त का गिरोह चलाते हैं और वे ऐसी प्रेगनेंट महिलाओं की तलाश में रहते हैं जो अबॉर्शन कराना चाहती हैं।
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