China ‘spies’ in Noida: भारत-नेपाल सीमा से जासूसी के शक में गिरफ्तार किए गए 2 चीनी नागरिकों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि वे गौतम बुद्ध नगर की जेपी ग्रीन सोसाइटी तथा घरबरा गांव स्थित गेस्ट हाउस में 15 दिन तक अवैध रूप से रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नोएडा पुलिस ने बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर जासूसी के संदेह में पकड़े गए चीनी नागरिकों को यहां अवैध रूप से शरण देने के आरोप में चीनी नागरिक सु-फाई तथा उसकी गर्लफ्रेंड को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने जांच समिति गठित की
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जांच में पता चला कि शरण देने वाला चीनी नागरिक भी वीजा की अवधि खत्म होने के बावजूद अवैध रूप से भारत में रह रहा था। जांच के लिए पुलिस अधिकारियों ने एक जांच समिति गठित की है। पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) मीनाक्षी कात्यान ने बताया कि अपर पुलिस उपायुक्त विशाल पांडे को मामले की जांच करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि यह भी पता लगाया जाएगा कि क्या पुलिस की ओर से कोई लापरवाही रही।
SSB ने 2 चीनी नागरिकों को पकड़ा था
बता दें कि गत 11 जून को भारत-नेपाल सीमा पर बिहार के सीतामढ़ी क्षेत्र में SSB ने 2 चीनी नागरिकों-लु लैंग और तो यूं हेलंग को पकड़ा था। नोएडा पुलिस के मुताबिक, ये दोनों आरोपी 15 दिन तक ग्रेटर नोएडा के घरबरा स्थित एक गेस्ट हाउस व जेपी ग्रींस सोसाइटी में रुके थे और दोनों को यहां पनाह चीनी नागरिक सु-फाइ व उसकी महिला मित्र पेटेख रेनुओ ने दी थी। अधिकारियों ने कहा कि सु-फाई ने भारत में 3 फर्जी कंपनियां खोल रखी हैं, जिनके माध्यम से लाखों रुपये का लेन-देन हुआ है।
चीनी नागरिक से की जा रही पूछताछ
पुलिस ने बताया कि इस जानकारी के बाद केंद्रीय जांच व खुफिया एजेंसिया गिरफ्तार चीनी नागरिक से गहनता से पूछताछ में जुट गई हैं। उन्होंने कहा कि 3 दिन का पुलिस रिमांड लेकर चीनी जासूसों को शरण देने वाले चीनी नागरिक तथा उसकी गर्लफ्रेंड से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि इनकी निशानदेही पर कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज व भारी मात्रा में शराब बरामद की गई है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि गेस्ट हाउस में रात में पार्टी चलती थी, और नटवरलाल नाम का इसका मालिक फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों की भूमिका की होगी जांच
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को अहम जानकारी मिली है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। कात्यान ने कहा कि थाना बीटा-2 तथा थाना ईकोटेक- प्रथम क्षेत्र जहां चीनी जासूस ठहरे थे वहां के पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली की जांच की जाएगी तथा यह पता लगाया जाएगा कि पुलिस की इस मामले में कितनी लापरवाही रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस के बीट कॉन्स्टेबल, हलका प्रभारी और थानेदार तक की भूमिका की जांच की जाएगी।
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