Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मानसिक रोगी को बच्चा चोर समझकर कथित तौर पर उसकी पिटाई करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीड़ित शख्स को इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय भेजा गया है। अधिकारियों के मुताबिक, दुर्ग जिले के मचांदूर थाना क्षेत्र के खोपली गांव में विक्षिप्त व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर कथित तौर पर उसकी पिटाई करने के आरोप में पुलिस ने गांव के भेमेंद्र चंद्राकर (37), विकास बंजारे (20) और करण नारंग (33) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस को गुरुवार को खोपली गांव में एक विक्षिप्त व्यक्ति के घूमने और उसके साथ ग्रामीणों द्वारा कथित तौर पर मारपीट किए जाने की सूचना मिली थी। अधिकारियों के अनुसार, सूचना के बाद पुलिस दल को गांव के लिए रवाना किया गया। बाद में पुलिस दल ने विक्षिप्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसे किसी भी प्रकार की चोट नहीं पहुंची है।
गांव के कुछ लोगों ने मारपीट की
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि गांव के कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की है। बाद में पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों के मुताबिक, 'पुलिस को जानकारी मिली है कि गांव में महिलाएं और बच्चे घर के बाहर बैठे थे, तभी कुछ लोग उस व्यक्ति को असामान्य स्थिति में देखकर किसी अनहोनी की आशंका के चलते उसके साथ मारपीट करने लगे। जब उस व्यक्ति ने प्रतिक्रिया दी, तब मामला और बिगड़ गया।'
अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सक से व्यक्ति के विक्षिप्त होने की जानकारी मिलने के बाद कार्यपालिक मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर उसे इलाज के लिए बिलासपुर के सेंद्री गांव स्थित राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय भेजा गया है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है, “किसी भी अनजान व्यक्ति, जिसे लेकर किसी प्रकार की शंका हो, उसे देखने पर तत्काल नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। अफवाहों से बचें और कानून को अपने हाथों में न लें।”
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