नई दिल्ली: CBI ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण और शोषण से संबंधित आरोपों पर 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। इसके साथ ही, 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 77 जगहों पर रेड्स की हैं। यह रेड्स दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश के जालौन, मऊ, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, मुरादाबाद, नोएडा, झांसी, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, गुजरात के जूनागढ़, भावनगर, जामनगर, पंजाब के संगरूर, मलेरकोटला, होशियारपुर, पटियाला, बिहार के पटना, सीवान, हरियाणा के यमुना नगर, पानीपत, सिरसा, हिसार, ओडिशा के भद्रक, जाजापुर, ढेंकनाल, तमिलनाडु के तिरुवलुरे, कोयंबटूर, नमक्कल, सेलम, तिरुवन्नामलाई, आंध्र प्रदेश के तिरुपति, कानेकल, राजस्थान के अजमेर, जयपुर, झुंझुनू, नागौर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, महाराष्ट्र के जलगांव, सलवाड़, धुले, छत्तीसगढ़ के कोरबा और हिमाचल प्रदेश के सोलन में छापे मारे गए हैं।
CBI अब तक कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट/मोबाइल/लैपटॉप बरामद कर चुकी है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, 50 से अधिक ग्रुप हैं, जिनमें 5000 से अधिक अपराधी बाल यौन शोषण सामग्री साझा कर रहे हैं। इनमें से कई समूहों में विदेशी नागरिकों की भी संलिप्तता है। करीब 10 देशों के नागरिक इसमें शामिल हैं। कुछ आरोपी पाकिस्तान, कनाडा, बांग्लादेश, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, अमेरीका, आज़रबाइजान, यूके, बेल्जियम और यमन के हैं। CBI ने छापेमारी के बाद दस संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। इनके अलावा जल्द ही कुछ और आरोपियों को पकड़ा जा सकता है। इस मामले में कल भी रेड्स जारी रहेंगी।
बता दें कि ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री से संबंधित अपराध पर एक नेशनल लेवल समन्वित कार्रवाई में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 83 लोगों के खिलाफ 14.11.2021 को 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। आरोप लगाया गया था कि भारत और विदेशों के विभिन्न हिस्सों में स्थित सिंडिकेट विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म/ग्रुप्स के जरिए बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसईएम) को प्रसारित करने, संग्रहीत करने और देखने में शामिल हैं।
सीबीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ब्योरी की टीम पर उड़ीसा के डेनकल में छापेमारी के दौरान एक संदिग्ध के परिवार और पड़ोसियों ने हमला भी किया है।
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