नौकरी के नाम पर यौन शोषण का घिनौना खेल, फेसबुक से दोस्ती कर देते थे झांसा; इस तरह से हुआ खुलासा
बिहार के मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर युवतियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। फिलहाल एक पीड़िता की शिकायत के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुजफ्फरपुर: जिले में नौकरी दिलाने के नाम पर यौन शोषण करने के मामले का खुलासा हुआ है। इसके लिए आरोपी पहले फेसबुक के जरिए दोस्ती करते थे। इसके बाद फिर नौकरी की इच्छुक युवतियों का यौन शौषण करते थे। इसका विरोध करने पर आरोपी बेल्ट से पिटाई भी करते थे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पीड़िता ने इससे परेशान होकर इंसाफ की गुहार लगाई। उसने बताया कि आरोपी भोली-भाली युवतियों को अपना शिकार बनाते थे। इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों से जुड़ते थे और नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी का झांसा देकर उनका यौन शोषण करते थे। फिलहाल कोर्ट के आदेश पर अहियापुर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है।
अहियापुर थाने में एफआईआर दर्ज
दरअसल, मुजफ्फरपुर में नौकरी दिलाने के नाम पर अय्याशी के गंदे खेल का शिकार हुई पीड़िता को जब सच्चाई का अहसास हुआ तो वो इंसाफ के लिए अदालत के दरवाजे पर पहुंची। इसके बाद बड़ी मुश्किल से पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अहियापुर थाना में FIR दर्ज की है। प्राथमिकी में सुपौल के मो. इरफान, गोपालगंज के हरेराम राम, नोएडा के मनीष सिन्हा, मोतिहारी के एनामुल अंसारी समेत 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इन सभी के मोबाइल का डिटेल निकाला जा रहा है। साक्ष्य संकलन कर गिरफ्तारी की कवायद की जाएगी। अय्याशी करने वालों ने बकायदा DBR नाम की एक कंपनी खोल रखी है, जिसमें नौकरी के नाम पर बेराजगार युवक-युवतियों को बुलाया जाता है। फिर लालच में फंसाकर उनका यौन शोषण किया जाता है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सोशल मीडिया से करते थे संपर्क
वहीं डीएसपी नगर-2 विनीता सिन्हा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है कि कंपनी फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाने की कोशिश कर रही थी। इसमें महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। कंपनी से जुड़े लोगों पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया। इसमें पता चला कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से युवतियों से आरोपित संपर्क करता था। इसके बाद लड़कियों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर जाल में फंसाता था। उसके साथ मारपीट और यौन शोषण किया जाता था।
पहले भी दर्ज हो चुके हैं कई केस
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इस नेटवर्किंग कंपनी पर उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। आरोपियों ने नौकरी के नाम पर उससे 20 हजार रुपये लिए फिर कहा कि अगर वह इस कंपनी में और लोगों को जॉइन कराती है तो उसे 50 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा। पीड़िता ने 53 युवक-युवतियों को इस कंपनी में जॉइन कराया। इसके बाद आरोपी तिलक सिंह ने पीड़िता से कहा कि अब तुम इस कंपनी में शेयर होल्डर हो गई हो। फिर शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने लगा। पीड़िता के अनुसार तीन बार उसका गर्भपात भी कराया गया। बीते साल 19 मई को अहियापुर स्थित बखरी ट्रेनिंग सेंटर पर पुलिस ने छापेमारी की। इसमें आधा दर्जन से अधिक कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। (इनपुट- संजीव कुमार)
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