दिन-दिहाड़े कैब ड्राइवर ने 3 महिलाओं के साथ की बदतमीजी, पुलिस कर रही तलाश
अमृतसर में दिन-दिहाड़े एक कैब ड्राइवर द्वारा 3 महिलाओं के साथ बदतमीजी करने का मामला सामने आया है। दरअसल अमृतसर के मजीठा रोड की रहने वाली महिला अपनी बेटी का 18वां जन्मदिन मनाने के लिए अपनी बेटी और बेटी की दोस्त के साथ रणजीत एवेन्यू के एक रेस्टोरेंट में आ रही थी।
चंडीगढ़: अमृतसर में दिन-दिहाड़े एक कैब ड्राइवर द्वारा 3 महिलाओं के साथ बदतमीजी करने का मामला सामने आया है। दरअसल अमृतसर के मजीठा रोड की रहने वाली महिला अपनी बेटी का 18वां जन्मदिन मनाने के लिए अपनी बेटी और बेटी की दोस्त के साथ रणजीत एवेन्यू के एक रेस्टोरेंट में आ रही थी। कैब के ड्राइवर ने रास्ते में अश्लील हरकतें करनी शुरू की। महिलाओं ने इसका विरोध किया और जब गाड़ी रेस्टोरेंट के पास पहुंची, तो महिला ने ड्राइवर को डांटा। इस पर ड्राइवर ने महिला और लड़कियों के साथ बदज़ुबानी की और गाड़ी को रेस्टोरेंट पर रोकने की बजाय तेज स्पीड से आगे भगा ले गया। एक लड़की गाड़ी का दरवाजा खोलकर सड़क पर कूद गई। थोड़ा आगे जाकर दूसरी बच्ची भी गाड़ी से कूद गई।
महिला ने गाड़ी रोकने के लिए ड्राइवर की मिन्नतें की लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। फिर महिला ने उसका गला दबाया, तब गाड़ी रुकी और महिला उतर गई लेकिन ड्राइवर मौके से फरार हो गया। महिला की बेटी और उसकी दोस्त को काफी चोट लगी है और दोनों काफी डरी हुई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, FIR हो चुकी है, ड्राइवर की पहचान हो चुकी है, उसे ढूंढने के लिए उसके घर पर रेड की गई लेकिन ड्राइवर अभी फरार है। पुलिस द्वारा उसकी तलाश की जा रही है।
23 साल पुराने छेड़छाड़ मामले में शिक्षक गिरफ्तार, शिकायतकर्ता ने सुनाई आपबीती
पश्चिम बंगाल में 23 वर्ष पहले एक छात्रा के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक को 23 अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। फिलहाल हांगकांग में वकील के तौर पर काम कर रही 37 वर्षीय महिला ने अपने निजी शिक्षक रहे एक व्यक्ति के खिलाफ 2019 में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जब वह 14 साल की थीं, तब दार्जिलिंग स्थित उनके घर में उनके साथ छेड़छाड़ की गई थी। लगभग 50 वर्ष की उम्र के आरोपी को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।
महिला ने शुक्रवार को हांगकांग से कहा, ''अभी काफी लंबा सफर बाकी है। यह तो केवल एक छोटी सी जीत है। हाल ही में अपराधी की जमानत याचिका खारिज हुई है और मैं आभारी हूं कि पुलिस ने उसके खिलाफ मजबूत मामला बनाया। '' महिला से जब पूछा गया कि उन्होंने दो दशक से भी अधिक समय बाद सामने आने और शिकायत दर्ज कराने फैसला क्यों लिया तो उन्होंने कहा कि वह ''डर और असमंजस'' में थी और वह नहीं जानती थीं कि इस आघात का कैसे सामना किया जाए।
शिकायतकर्ता महिला ने कहा, ''यौन शोषण और छेड़खानी के बारे में जानकारी लेकर आगे आना सचमुच बहुत मुश्किल था, विशेषकर ऐसे समय में जब मैं इस बारे में काफी कुछ भूल चुकी थी। जब मुझे पता चला कि आरोपी सिलिगुड़ी में बच्चों का लगातार यौन शोषण करता रहा है, तो मैंने शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।'' महिला ने कहा कि वह अब भी अपने अनुभवों के बारे में बताने में संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने कहा, ''एक महीने तक मेरा शोषण किया गया और वह दु: स्वप्न आज भी मुझे डरा देता है। मैं चाहती हूं कि कोई और बच्चा उस सदमे से न गुजरे।''
दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक (नगर) राहुल पांडे ने कहा कि पुलिस ने शिकायत मिलते ही कार्रवाई की और अक्टूबर की शुरुआत में सिलिगुड़ी के एक स्कूल में शिक्षक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने कहा, ''हमारे पास आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। हमने कम से कम चार लोगों से बात कर सबूत जुटाए हैं। रसायन विज्ञान पढ़ाने वाला शिक्षक कई स्कूलों में काम कर चुका है। बीते 20 साल में वह कम से कम पांच स्कूल बदल चुका है। पांडे ने कहा कि उसे 23 अक्टूबर तक हिरासत में भेज दिया गया है।