केंद्रापड़ा: ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक दूरदराज के गांव में एक महिला और उसकी गर्भवती बेटी के शव पिछले 4 दिन से सड़क किनारे रखे हुए हैं। मां और बेटी की लाशें 19 सितंबर को उनके गायब होने के एक दिन बाद गांव करे पास एक पोखरे से मिली थीं। पुलिस ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना के बाद उनके परिवार ने उनका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है, और शव को सड़क किनारे रखकर ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि यह हत्या का मामला है और पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
गांव में पोखरे के पास मिली थीं लाशें
राजनगर पुलिस थाना क्षेत्र में माहुलिया पंचायत के मनपाड़ा गांव में परिवार स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रविवार से ही पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहा है। उप मंडलीय पुलिस अधिकारी (SDPO) रंजन कुमार डे ने बताया कि प्रमिला नाथ (45) और उसकी पुत्री सत्यप्रिया (22) के लापता होने की 19 सितंबर को सूचना दी गई थी। उन्होंने बताया कि एक दिन बाद उनके शव गांव के पास एक पोखरे के पास मिले थे। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया था। डे ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान सत्यप्रिया के गर्भवती होने का पता चला था।
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि दोनों महिलाओं की हत्या की गई है लेकिन पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद सीआरपीसी की धारा 174 के तहत एक मामला दर्ज कर लिया गया था। बाद में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत भी हत्या का एक मामला दर्ज किया गया और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। डे ने कहा, ‘हमने स्थानीय लोगों से शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए कहा है।’
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