नई दिल्ली: दुनियाभर से अक्सर ही फ्रॉड की ऐसी खबरें सामने आती हैं, जिनके बारे में सुनकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। भारत में भी कुख्यात ठग नटवरलाल के कई किस्से मशहूर हैं, कि कैसे उसने संसद भवन से लेकर ताजमहल तक बेच दिया था। यह तो गुजरे जमाने की बात थी, जब लोग उतने जागरूक नहीं हुआ करते थे, लेकिन दिल्ली से एक ऐसा मामला सामने आया है जो अपने आप में अनोखा है। दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में 4 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दिल्ली मेट्रो तक की संपत्ति को गिरवी रखकर कर्ज लिया था।
धोखाधड़ी में आरोपियों की पत्नियां भी शामिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने बैंक से 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एक ही परिवार के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान अश्विनी अरोड़ा और विजय अरोड़ा के रूप में हुई है और धोखाधड़ी में दोनों की पत्नियां भी शामिल हैं। सभी आरोपियों ने एक कंपनी बनाई और इसके लिए एक गारंटर की व्यवस्था की। इसके साथ ही इन लोगों ने विभिन्न बैंकों से कर्ज लेने के लिए समान संपत्तियों के लिए कई दस्तावेज बनाए। दरअसल, इन लोगों ने दिल्ली मेट्रो द्वारा अधिग्रहित संपत्ति को भी दस्तावेजों की धोखाधड़ी कर गिरवी पर रख दिया।
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दिल्ली मेट्रो की प्रॉपर्टी को भी रखा गिरवी
मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, कर्नाटक बैंक और ओबीसी बैंक के साथ धोखधड़ी की गई। ईओडब्ल्यू के संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने कहा, ‘आरोपी ने संपत्तियों के फर्जी दस्तावेज बनाए और बैंक को 20 करोड़ रुपये का चूना लगाया। समान दस्तावेज के आधार पर वे अपने नाम या किसी और के नाम पर संपत्ति दर्ज करने में सफल रहे।’ बैंकों की जांच प्रक्रिया से बचने के लिए, आरोपी ने अपने नामों और जानकारी को बदल दिया। जांच से पता चला कि आरोपियों ने न केवल एक ही संपत्ति को कई जगह गिरवी रखा, बल्कि दिल्ली मेट्रो तक की संपत्ति को भी गिरवी रख दिया।
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