छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक महिला और उसके दो नवजात बच्चों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इन बच्चों के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनकी मौत एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया है।
मौत के सही कारणों अभी नहीं चल पाया पता
सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि मौत का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एसएन केसरी ने बताया कि यह घटना उस समय हुई, जब तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करतला से कोरबा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था।
महिला ने जुड़वा बच्चों को दिया जन्म
केसरी ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कांति राठिया ने सोमवार को करतला विकासखंड के जोगीपाली गांव में अपने घर पर जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। उन्होंने बताया कि यह समय से पहले प्रसव था क्योंकि महिला ने गर्भावस्था के सातवें महीने में बच्चों को जन्म दिया था, दोनों नवजात बच्चे कमजोर थे।
अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस में तीनों की मौत
डॉक्टर एसएन केसरी ने कहा कि बाद में तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करतला ले जाया गया, जहां से उन्हें यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने का परामर्श दिया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल ले जाते समय तीनों की मौत हो गई लेकिन उनकी मौत का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
एंबुलेंस में नहीं थी ऑक्सीजन- पीड़ित परिवार
कांति राठिया के पति बिहारी लाल राठिया ने दावा किया कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने के कारण तीनों की मौत हुई है। केसरी ने उनके दावों का खंडन किया है। अस्पताल में पुलिस चौकी के प्रभारी दाउद कुजूर ने कहा कि कांति राठिया के परिजनों का बयान दर्ज कर लिया गया है और मामले की की जांच जारी है।
भाषा के इनपुट के साथ