छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में एक महिला ने पुलिस पर बलात्कार के मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में मौजूद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान महिला ने आरोप लगाया कि दो साल पहले एक शख्स ने शादी का झांसा देकर उससे बलात्कार किया था और न्याय के लिए उसने कई अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की।
"किसी ने ऐसा करने के लिए मुझे नहीं उकसाया"
हालांकि, महिला को आत्महत्या करने से पुलिसकर्मियों ने बचा लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला जब खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश कर रही थी, तब वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे बचा लिया। महिला ने कहा, "मैं खुद पेट्रोल लेकर आई थी और किसी ने ऐसा करने के लिए मुझे नहीं उकसाया है। मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। जब मैं अपनी शिकायत लेकर टीआई (थाना प्रभारी) के पास जाती हूं, तो वे मुझे एसपी से मिलने के लिए कहते हैं। एसपी मुझे टिकरापारा थाना (रायपुर) भेज देते हैं। मैं तंग आ चुकी हूं, यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं अपनी जान दे दूंगी।"
"पुलिस के खिलाफ महिला के आरोप निराधार हैं"
महिला ने बताया कि उसने कबीरधाम जिले के एसपी अभिषेक पल्लव से मुलाकात की थी। महिला के मुताबिक, एसपी ने कहा कि उसकी शिकायत जिले के पांडातराई थाने में दर्ज की जाएगी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने एक वीडियो जारी कर बताया कि करीब दो साल पहले पहले पीड़िता ने जिले के पांडातराई थाने में बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था और उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया था। पल्लव ने कहा, "पुलिस ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। एक अलग आवेदन में महिला ने आरोप लगाया था कि रायपुर में आरोपी और उसके रिश्तेदारों या दोस्तों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था। चूंकि घटनास्थल रायपुर था, इसलिए उसे रायपुर भेज दिया गया, जहां मामले की जांच की जा रही है।" पल्लव ने कहा, "पुलिस के खिलाफ महिला के आरोप निराधार हैं।"