तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ की सात सीटों पर मतदान, ईवीएम में कैद होगी 168 उम्मीदवारों की किस्मत
तीसरे चरण में 26 महिलाओं सहित कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सीट पर कुल 1,39,01,285 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पात्र हैं, जिनमें 69,33,121 पुरुष, 69,67,544 महिलाएं और 620 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ की शेष सात सीट पर मतदान मंगलवार को होगा। इस चरण में कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन सीधा मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने सोमवार को बताया कि तीसरे चरण के तहत रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित), सरगुजा (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) और रायगढ़ (एसटी) सीट पर मतदान की सभी तैयारियां कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि सात सीट पर मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है।
अधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण में 26 महिलाओं सहित कुल 168 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन सीट पर कुल 1,39,01,285 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पात्र हैं, जिनमें 69,33,121 पुरुष, 69,67,544 महिलाएं और 620 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर सीट पर सबसे अधिक 38, बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, रायगढ़ में 13 और सरगुजा में 10 उम्मीदवार हैं। सात निर्वाचन क्षेत्रों में 15,701 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 25 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील और 1072 को संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
महिलाएं करेंगी पूरी तैयारी
उन्होंने बताया कि रायपुर लोकसभा सीट के तहत रायपुर शहर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला मतदान कर्मियों द्वारा किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि उन क्षेत्रों में 283 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां कोई नेटवर्क कवरेज नहीं है। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण के लिए कुल 77,592 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। कंगाले ने बताया कि मतदान ड्यूटी के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 202 कंपनियों और जिला पुलिस बल तथा जिला रिजर्व गार्ड के 60 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर निर्वाचन क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) में 19 अप्रैल को तथा राज्य की तीन अन्य सीट- राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था।
कहां-कितना मतदान?
राज्य में बस्तर लोकसभा सीट पर 68.29, राजनांदगांव में 77.42, महासमुंद में 75.02 और कांकेर में 76.23 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य में महत्वपूर्ण रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली नेता एवं मौजूदा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तथा कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के बीच मुकाबला होगा। एक अन्य महत्वपूर्ण कोरबा सीट पर भाजपा ने अपनी प्रभावशाली महिला नेता एवं पूर्व सांसद सरोज पांडेय को कांग्रेस की निवर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है। दुर्ग में, कांग्रेस ने भाजपा के निवर्तमान सांसद विजय बघेल के खिलाफ एक नया चेहरा राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है।
किस पार्टी ने किसे दिया टिकट?
बिलासपुर सीट पर कांग्रेस ने विधायक देवेन्द्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक तोखन साहू को प्रत्याशी बनाया है। एकमात्र अनुसूचित जाति आरक्षित सीट जांजगीर-चांपा में राज्य के पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं तथा महिला नेता कमलेश जांगड़े भाजपा की उम्मीदवार हैं। सरगुजा सीट पर चिंतामणि महाराज का मुकाबला कांग्रेस के नए चेहरे शशि सिंह से है। आदिवासी बहुल रायगढ़ सीट पर भाजपा के राधेश्याम राठिया और कांग्रेस की डॉ. मेनका देवी सिंह के बीच मुकाबला होगा।
मोदी-योगी ने की रैली
तीसरे चरण के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे प्रमुख नेताओं ने रैलियां कीं। वहीं कांग्रेस के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रचार अभियान का नेतृत्व किया। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 2004, 2009 और 2014 में हुए तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए तीनों बार 11 में से 10 सीट जीती थी। 2019 में भाजपा ने नौ सीट और कांग्रेस ने दो सीट जीती थी।
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