छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने जिंदा मुर्गा निगलने की कोशिश की और इसी वजह से उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के लिए शव पहुंचा तो डॉक्टर भी हैरान रह गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या मृतक किसी तांत्रिक के संपर्क में था या जिंदा मु्र्गा निगलने की सलाह उसे किसने दी थी।
घटना सरगुजा जिले के दरिमा इलाके के छिंदकालो गांव की है। यहां 35 वर्षीय युवक ने जिंदा मुर्गा निगलने की कोशिश की, जिससे उसकी जान चली गई। पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरों ने युवक के गले में मुर्गा फंसा हुआ पाया, जिसे देख सभी हैरान रह गए। जानकारी के अनुसार युवक निःसंतान था, जिसने पिता बनने के लिए मुर्गा को जिंदा निगलने का प्रयास किया होगा।
सांस रुकने से हुई मौत
परिजनों ने युवक को अस्पताल में तब लाया था, जब उन्हें लगा कि वह गिरने से घायल हो गया है, लेकिन डॉक्टरों की जांच में सामने आया कि युवक का गला मुर्गे से अवरुद्ध हो गया था, जिसके कारण उसकी सांस रुक गई और उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने 15,000 से ज्यादा पोस्टमार्टम किए हैं, लेकिन ऐसी विचित्र मौत पहले कभी नहीं देखी। यह घटना जादू टोना से जोड़कर देखी जा रही है, और यह आशंका जताई जा रही है कि युवक बाप बनने के लिए ऐसी खतरनाक हरकत की। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। मृतक निःसंतान था और उसकी यह हरकत संदिग्ध मानी जा रही है।
पोस्टमार्टम में मिला सलामत मुर्गा
डॉक्टरों ने जब मृतक का पोस्टमार्टम किया तो उन्हें उसके गले में एक मुर्गा मिला। काफी देर तक मृतक के गले में रहने के कारण मुर्गे की मौत हो गई थी, लेकिन उसके शरीर में चोट का कोई निशान नहीं है। मुर्गे के पंख भी पूरी तरह से सलामत हैं। फिलहाल यह माना जा रहा है कि अंधविश्वास के कारण मृतक ने ऐसा कदम उठाया, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है और मुर्गे की कड़ी सुलझाने की कोशिश कर रही है।
(सरगुजा से सिकंदर अली की रिपोर्ट)