"CM भूपेश बघेल अजीत जोगी की याद दिलाते हैं", आखिर रविशंकर प्रसाद ने ऐसा क्यों कहा?
रविशंकर प्रसाद ने भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उसका भी वही हश्र होगा जो अजीत जोगी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार का हुआ था, जो 2003 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर हो गई थी।
बीजेपी सांसद और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार पर शुक्रवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उसका भी वही हश्र होगा जो अजीत जोगी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार का हुआ था, जो 2003 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर हो गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बीजेपी के रायपुर शहर कार्यालय ‘एकात्म’ परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जाति जनगणना की वकालत करने को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने का कि राहुल गांधी को अपनी दादी एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से सीखना चाहिए, जिन्होंने कहा था कि जातिवाद से ऊपर उठो।
"मीडिया जोगी जी के खिलाफ बोलने से डरता था"
रविशंकर प्रसाद रायपुर जिले के निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करने और पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए छत्तीसगढ़ में हैं। उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुझे अजीत जोगी जी की याद दिलाते हैं। जोगी सरकार के दौरान आतंक का राज था। मीडिया जोगी जी के खिलाफ बोलने से डरता था।'' प्रसाद ने कहा, ''भूपेश बाबू आपका भी वही हाल होगा जो जोगी जी का हुआ था। आपकी 'फिटिंग', 'सेटिंग' और 'कटिंग' काफी हद तक जोगी जी से मिलती-जुलती है। आप सोचते हैं कि जो आप सोचते हैं, वही सही है और पूरा प्रदेश आपके साथ है।''
अजीत जोगी 2000 से 2003 तक सीएम रहें
उन्होंने कहा, ''भूपेश जी ने जोगी जी से एक अच्छी बात सीखी है, क्योंकि जोगी जी दिल्ली में अपनी पार्टी को 'फिट' रखते थे और मौजूदा कांग्रेस शासन में (कथित तौर पर दिल्ली में पार्टी नेतृत्व के लिए) एटीएम खुल गया है।'' बीजेपी राज्य सरकार पर संदिग्ध तरीकों से पार्टी के लिए कोष इकट्ठा करने का आरोप लगाती है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कथित गौठान घोटाला उन्हें बिहार के चारा घोटाले की याद दिलाता है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराया गया था। अजीत जोगी ने 2000 से 2003 तक राज्य में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व किया। बाद में वह कांग्रेस से अलग हो गए और 2016 में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन किया था। जोगी का 2020 में निधन हो गया था।
"जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी"
बीजेपी नेता प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ''मैं पूछना चाहता हूं कि अगर जातीय गणना होगी तो क्या कांग्रेस में इसे लागू किया जाएगा? 'जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी', क्या इसे कांग्रेस के भीतर लागू किया जाएगा? या फिर ये इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी की तरह ही चलता रहेगा। बिहार में लालू जी थे और उनके जेल जाने के बाद राबड़ी जी आईं और फिर तेजस्वी जी और बेटी मीसा भारती। वहीं, उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव। पश्चिम बंगाल में ममता जी का भतीजा उनकी जगह लेना चाह रहा है। क्या यह जारी रहेगा? यह धोखा कब तक चलता रहेगा?'' उन्होंने कहा, हमें गर्व है कि बीजेपी ने ईमानदारी से दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और समाज के सभी लोगों के उत्थान के लिए काम किया है।
"क्या राहुल गांधी ने अपनी दादी से कुछ सीखा है?''
यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी जाति आधारित गणना के लिए कांग्रेस की मांग को एक चुनौती के रूप में देखती है, इस पर उन्होंने कहा, "बीजेपी अपने काम के जरिए लोगों के बीच प्रभाव पैदा करती है। पिछड़े, अति पिछड़े, आदिवासी जानते हैं कि यह बीजेपी ही है जिसने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) से प्रधानमंत्री दिया है। यह बीजेपी सरकार में ही है जब एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है, लेकिन मैं राहुल जी से कहना चाहता हूं कि उन्हें अपनी दादी का बयान देखना चाहिए जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हमें जाति-पाति से ऊपर उठना होगा'। यह बयान उन्होंने अपनी मृत्यु के 5-7 साल पहले दिया था। क्या उन्होंने अपनी दादी से कुछ सीखा है?''
- PTI इनपुट के साथ