छत्तीसगढ़ में एक बार फिर बड़ी घटना देखने को मिली है। दरअसल संदिग्ध नक्सलियों ने कांग्रेस के स्थानीय नेता की हत्या कर दी है। दरअसल मामला बीजापुर जिले का है। यहां नक्सलियों ने कांग्रेस के एक स्थानीय नेता और पूर्व उपसरपंच तिरुपति भंडारी की धारदार हथियारों से हत्या कर दी है। शनिवार को पुलिस अधिकारियों द्वारा यह जानकारी दी गई। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि तिरुपति भंडारी की हत्या संदिग्ध नक्सलियों ने धारदार हथियार से कर दी। उन्होंने बताया कि यह घटना शनिवार की दोपहर 3.45 बजे देखने को मिली, जब कुछ हथियारबंद लोग उसूर गांव पहुंचे और वहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान पर चावल बांटने के दौरान तिरुपति भंडारी की हत्या कर दी।
नक्सलियों ने की कांग्रेस नेता की हत्या
दरअसल जब सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान पर जब तिरुपति भंडारी चावल का वितरण कर रहे थे, उस दौरान संदिग्ध नक्सलियों ने उनकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध आतंकी इस घटना को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से फरार हो गए। बता दें कि तिरुपति भंडारी मारुड़बाका गांव के रहने वाले थे, हालांकि वर्तमान में वह बीजापुर में रह रहे थे। अधिकारियों ने इस घटना को लेकर बताया कि इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। तब तक नक्सली वहां से फरार हो गए थे। स्थानीय लोगों की मानें तो पहले भी भंडारी को नक्सलियों द्वारा धमकी दी गई थी। बता दें कि जनवरी 2023 से अप्रैल 2024 तक अलग-अलग घटनाओं संभाग में अबतक 9 भाजपा नेताओं की हत्या कर दी गई है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का एनकाउंटर
छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि 4 अक्तूबर को राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सीमा पर हुई मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में 31 नक्सलियों के शवों को बरामद किया गया था। वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों ने ये स्वीकार किया है कि उनके केवल 7 नक्सली ही मारे गए हैं। जबकि अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में 38 नक्सली मारे गए थे। साथ ही मारे गए सभी 38 नक्सलियों की पहचान कर ली गई है।
(इनपुट-भाषा)