छत्तीसगढ़ में निर्वाचन आयोग नक्सली खतरे वाले इलाकों में कोई गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहता है। लिहाजा चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ के ऐसे 3 लोकसभा क्षेत्रों के लिए हेलीकॉप्टर का इंतजाम किया है। इन 3 लोकसभा क्षेत्रों के 167 मतदान केंद्रों में मतदान दलों को लाने-ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा। बता दें कि राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए 3 चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को चुनाव होंगे और वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
इन लोकसभा सीटों पर मतदान कब?
गौरतलब है कि नक्सल प्रभावित बस्तर (एसटी) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है। जबकि तीन अन्य निर्वाचन क्षेत्रों महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर (एसटी) में 26 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य की सात लोकसभा सीटों - रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ (एसटी), कोरबा, जांजगीर-चांपा (एससी) और सरगुजा (एसटी) में 7 मई को अंतिम चरण में मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग से मांगे 10 हेलिकॉप्टर
राज्य के उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शैलाभ साहू ने बताया, ‘‘हमने पहले दो चरणों में 167 बूथों पर कुल 1,003 मतदान कर्मचारियों को हवाई मार्ग से लाने का फैसला किया है।’’ साहू ने बताया कि इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग से 10 हेलिकॉप्टर मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि योजना के अनुसार बस्तर लोकसभा क्षेत्र के 156 मतदान केंद्रों पर 919 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा जाएगा और कांकेर लोकसभा क्षेत्र के 9 बूथों और महासमुंद लोकसभा के गरियाबंद क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों पर 84 कर्मियों को भेजा जाएगा।
विधानसभा चुनाव में भी वायु सेना ने दिए थे हेलीकॉप्टर
निर्वाचन पदाधिकारी साहू ने बताया कि नक्सली खतरे और कुछ स्थानों की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है। राज्य में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय वायु सेना ने 6 दिनों के लिए 8 एमआई-17 हेलिकॉप्टर के साथ 404 उड़ानें भरी थीं, जिससे बस्तर संभाग के 5 जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में 853 मतदान दल के सदस्यों की तैनाती और निकासी की सुविधा मिली।
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