छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में बारूदी सुरंग की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट रविवार को भैरमगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बोड़गा गांव में हुआ और पीड़ितों के परिजन और ग्रामीण शवों को सोमवार को भैरमगढ़ ले आए। उन्होंने बताया कि माओवादियों द्वारा जवानों को निशाना बनाने के लिए बारूदी सुरंग लगाया गया था।
तेंदूपत्ता इक्ट्ठा कर रहे थे बच्चे
जब रविवार को बच्चे तेंदूपत्ता एकत्र कर रहे थे तब बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया। इससे बोड़गा गांव निवासी लक्ष्मण ओयाम (13) और बोटी ओयाम (11) की मौके पर ही मौत गई। अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे और शवों को अपने साथ ले गए। उन्होंने बताया कि भैरमगढ़ थाना द्वारा गांव वालो से संपर्क कर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी । बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए माओवादी अक्सर सड़कों, कच्ची सड़कों और जंगलों में बारूदी सुरंग लगाते हैं।
बारूदी सुरंग में विस्फोट की घटनाएं
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में पहले भी माओवादियों द्वारा बिछाए गए बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। पिछले एक महीने में बीजापुर जिले में अलग-अलग जगहों पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंग में विस्फोट की घटना में पांच लोग मारे जा चुके हैं। 11 मई को जिले के गंगालूर इलाके में ऐसे ही एक घटना में 25 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी। इससे पहले 20 अप्रैल को गंगालूर इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 12 अप्रैल को मिरतुर इलाके में सड़क निर्माण कार्य में लगे एक मजदूर की इसी तरह की घटना में मौत हो गई थी। (भाषा)
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