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Hindi News छत्तीसगढ़ गजराज बने यमराज, चीख सुन एक-एक कर आते रहे लोग और वह सबको मारता गया, एक ही परिवार में 3 मौतें

गजराज बने यमराज, चीख सुन एक-एक कर आते रहे लोग और वह सबको मारता गया, एक ही परिवार में 3 मौतें

हाथी ने सबसे पहले पिता और पुत्री पर हमला किया। जब इन्होंने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो चाचा को लगा कि पिता-पुत्री झगड़ा कर रहे हैं। झगड़ा छुड़ाने के उद्देश्य से चाचा जब वहां पहुंचा तो हाथी ने उसे भी लपेटे में लिया।

Elephant- India TV Hindi Image Source : INDIA TV हाथी के हमले से तबाह घर

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां बगीचा में एक दंतैल हाथी ने चार लोगों की जान ले ली। घटना बगीचा नगर पंचायत इलाके की है। हाथी के हमले में मारे गए चार लोगों में से तीन एक ही परिवार के हैं, जबकि एक मृतक उनका पड़ोसी बताया जा है। 

जानकारी के मुताबिक रात करीब 12 बजे बगीचा नगर पंचायत के वार्ड नं नौ गम्हरिया में अपने दल से बिछड़ा हुआ एक दंतैल हाथी घुस गया और एक ही परिवार के पिता रामकेशवर, पुत्री रविता सोनी और चाचा अजय सोनी को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के मुताबिक इनकी चीख सुनकर पड़ोसी युवक जब मौके पर पहुंचा तो दंतैल ने उसे भी अपनी चपेट में ले लिया और उसको भी मौत के घाट उतार दिया।

पिता और पुत्री पर किया हमला

स्थानीय लोगो ने बताया कि हाथी ने सबसे पहले पिता और पुत्री पर हमला किया। जब इन्होंने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो चाचा को लगा कि पिता-पुत्री झगड़ा कर रहे हैं। झगड़ा छुड़ाने के उद्देश्य से चाचा जब वहां पहुंचा तो हाथी ने उसे भी लपेटे में लिया। तीनों की चीख-चिल्लाहट सुनकर पड़ोसियों को भी यही लगा कि घर में झगड़ा हो रहा है। ऐसे में एक पड़ोसी भी यही सोचकर वहां पहुंचा और वह भी मौत के मुंह के समा गया। जशपुर जिले में एक महीने के अंदर हाथियों के हमले में नौ लोगों की जान जा चुकी है।

कोरबा में दो महिलाओं की मौत

कोरबा के कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत खैरभवना गांव में जंगली हाथी के हमले में दो महिलाओं तीजकुंवर (63) और सूरुजा (43) की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि कोरबा वनमंडल के करतला वन परिक्षेत्र में तीन दिन पहले आठ हाथियों का दल विचरण कर रहा था। इसमें से एक हाथी अपने झुंड से अलग हो गया।  बुधवार रात वह हाथी रलिया गांव पहुंचा और उसने गुरुवार सुबह सैर पर निकली गायत्री राठौर (55) को कुचल दिया। उन्होंने बताया कि महिला पर हमले के बाद जंगली हाथी वहां से तीन किलोमीटर दूर खोडरी गांव पहुंचा और पांच मवेशियों को मार डाला। इसके बाद वह रात लगभग 10 बजे खैरभवना गांव पहुंचा और हाथी आने की सूचना पर जान बचाकर भाग रही तीजकुंवर और सूरुजा की जान ले ली। कटघोरा वन मंडल के अधिकारी कुमार निशांत ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि 25-25 हजार रुपए प्रदान किए गए हैं।

(जशपुर से सिकंदर की रिपोर्ट)

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