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Hindi News छत्तीसगढ़ आठ नक्सलियों का आत्मसमर्पण, इनमें से चार के सिर पर था पांच लाख का ईनाम

आठ नक्सलियों का आत्मसमर्पण, इनमें से चार के सिर पर था पांच लाख का ईनाम

आत्मसमर्पण करने वाले आठ नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें कथित तौर पर सड़कें काटने, माओवादी पर्चे और पोस्टर लगाने एवं सुरक्षाकर्मियों की जानकारी प्राप्त करने और माओवादियों के लिए अवैध उगाही करने का काम सौंपा गया था।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार को आठ नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें से चार के सिर पर कुल पांच लाख रुपये का इनाम था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने आदिवासियों पर माओवादियों द्वारा किए गए अत्याचारों और अमानवीय तथा खोखली माओवादी विचारधारा के प्रति निराशा व्यक्त की। अधिकारी ने बताया कि वे राज्य सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति और सुकमा पुलिस के पुनर्वास अभियान ‘पूना नर्कोम’ (नई सुबह, नई शुरुआत) से भी प्रभावित हुए थे। 

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले आठ नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें कथित तौर पर सड़कें काटने, माओवादी पर्चे और पोस्टर लगाने एवं सुरक्षाकर्मियों की जानकारी प्राप्त करने और माओवादियों के लिए अवैध उगाही करने का काम सौंपा गया था। आत्मसमर्पण करने वालों में से महिला नक्सली वेट्टी मासे (42) पर दो लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि तीन अन्य नक्सलियों सागर उर्फ ​​देवा मडकम (31), पोडियाम नांदे (30) और सोढ़ी तुलसी (32) पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। 

बीजापुर में नक्सलियों ने किया आईईडी विस्फोट

बीजापुर जिले में रविवार को कथित तौर पर नक्सलियों के ‘आईईडी’ विस्फोट में 22 वर्षीय एक युवक घायल हो गया। नक्सलियों ने दाबयुक्त इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को पहले से ही लगा रखा था। एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ जब पीड़ित (छुटवाई गांव निवासी माडवी नंदा) अपने ट्रैक्टर से तर्रेम की ओर जा रहा था। उन्होंने बताया कि नंदा छुटवाई और गुंडम के बीच तोयनाला गांव के पास रुका जहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा था। उन्होंने कहा कि इसके बाद वह पेशाब करने के लिए सड़क के किनारे गया तो उसका पैर एक ‘प्रेशर आईईडी’ पर पड़ गया जिससे विस्फोट हो गया और उसके पैर में गंभीर चोट आई। 

आईईडी विस्फोट में पांच की मौत

सुरक्षाकर्मियों की एक टीम पीड़ित को चिन्नागेलुर शिविर लेकर आई, जहां उसका प्रारंभिक उपचार किया गया। बाद में उसे बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। नक्सली बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त कर रहे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए सड़कों, निर्माणाधीन सड़कों और कच्चे रास्तों पर आईईडी लगाते हैं। पुलिस के अनुसार, पिछले दो महीनों में बीजापुर जिले में आईईडी विस्फोटों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है।