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Hindi News छत्तीसगढ़ इस डॉक्टर ने 101 जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराने का बनाया रिकॉर्ड, अब तक 14500 करा चुकी हैं प्रसव

इस डॉक्टर ने 101 जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराने का बनाया रिकॉर्ड, अब तक 14500 करा चुकी हैं प्रसव

दुर्ग जिला अस्पताल की डॉ. विनीता धुर्वे ने ढाई साल के अंदर 100 से ज्यादा जुड़वा बच्चों की डिलीवरी कराने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अब तक 14 हजार से ज्यादा डिलीवरी कराई है।

नवजात जुड़वा बच्चे के साथ डॉ. विनीता धुर्वे- India TV Hindi Image Source : IANS नवजात जुड़वा बच्चे के साथ डॉ. विनीता धुर्वे

दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के जिला अस्पताल की मदर चाइल्ड यूनिट में कार्यरत डॉ. विनीता धुर्वे ने महज ढाई साल में 101 जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराकर एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है। डॉ. धुर्वे अब तक 14 हजार 500 प्रसव करा चुकी हैं। वह देश की पहली डॉक्टर हैं, जिनके नाम जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराने का अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है।

2011 से करा रही हैं डिलीवरी

जानकारी के अनुसार, भिलाई के कैलाश नगर निवासी शेख फैयाज की पत्नी बुशरा परवीन ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया है। खास बात यह है कि डॉ. धुर्वे ने इस दौरान सबसे ज्यादा नॉर्मल डिलीवरी कराई है। जुड़वां बच्चों की 101वीं डिलीवरी कराने वाली डॉ. धुर्वे ने बताया कि 2011 से वह लगातार मैटरनिटी वार्ड में डिलीवरी करा रही थीं, लेकिन गिनती पर कभी ध्यान नहीं दिया।

दो साल में 101 जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराई

डॉ. धुर्वे ने कहा कि 2022 से 2024 के बीच 100वें जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराकर शतक का रिकॉर्ड बनाया है। मुझे यह नहीं पता था कि मैं इस मुकाम पर पहुंचूंगी। उन्होंने कहा, "अब 101वीं डिलीवरी कराकर हमने दूसरे शतक की ओर कदम बढ़ा दिया है। हजार तक जुड़वां बच्चों की डिलीवरी कराने का हमारा लक्ष्य है।

डॉ. धुर्वे ने कही ये बात

उन्होंने बताया कि उनकी इस उपलब्धि में उनके स्टाफ का भी पूरा सहयोग मिला। इसी वजह से यह रिकॉर्ड बन पाया है। कभी भी जुड़वां बच्चों की डिलीवरी का केस आता है तो स्टाफ के सभी डॉक्टर उनके पास ही रहते हैं। उन्होंने कहा, "कई सीरियस केस सामने आ चुके हैं लेकिन हमने सफलतापूर्वक उसे हैंडल किया है। जब मां-बच्चा सुरक्षित रहते हैं तो एक अलग तरह की खुशी होती है।

14 हजार 500 प्रसव करा चुकी हैं डॉ. धुर्वे 

डॉ. विनीता धुर्वे ने साल 2003 में रायपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद दुर्ग में ही इंटर्नशिप की। इसके बाद दुर्ग जिले के रसमड़ा, अहिवारा सहित अलग-अलग जगहों पर पदस्थ रहीं। वह 2011 से दुर्ग जिला अस्पताल के मैटरनिटी वॉर्ड में अपनी सेवाएं दे रही हैं। अब तक 14 हजार 500 प्रसव करा चुकी हैं।

इनपुट-आईएएनएस