पिछले महीने नवंबर में 7 और 17 तारीख को 90 दो चरणों में 90 सीटों पर मतदान हुए थे। आज 3 दिसंबर को इन सीटों पर हुए मतदान की गिनती की जा रही है। खबर लिखे जाने तक छत्तीसगढ़ में 88 सीटों की गिनती हो चुकी है और 1-1 सीट पर भाजपा और कांग्रेस लीड कर रहे हैं। मगर हैरान करने वाले नतीजे अंबिकापुर से सामने आए जहां टीएस सिंह देव को सिर्फ 94 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा।
भाजपा का नया दाव हुआ कामयाब
छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर सीट को हाई प्रोफाइल सीट माना जा रहा है। इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था क्योंकि यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता टीएस सिंह कभी भी हारे नहीं थे। इस सीट पर टीएस सिंह देव की काफी मजबूत पकड़ थी। यहां की जनता भी उनसे काफी प्यार करती और प्यार से उन्हें टीएस बाबा बुलाती थी। बता दें कि टीएस सिंह देव लगातार तीन बार से यहां के विजयी रहे हैं। टीएस सिंह देव की वजह से तीनों बार भाजपा के प्रत्याशी अनुराग सिंह को हार का सामना करना पड़ा है। इस बार भाजपा ने अपना दाव बदलते हुए राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा। राजेश अग्रवाल और टीएस सिंह देव के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिली। टीएस सिंह देव की हार के बाद इस सीट पर रिकाउंटिंग भी कराई गई मगर उन्हें 94 मतों से हार का चेहरा देखना ही पड़ा।
2018 में कैसे थे नतीजे?
पिछले विधानसभा चुनाव (साल 2018) में टीएस सिंह देव के खिलाफ भाजपा ने अनुराग सिंह देव को मैदान में उतारा था। उस समय टीएस सिंह देव को कुल 1,00,439 वोट मिले थे। इसकी तुलना में अनुराग सिंह देव को सिर्फ 60 हजार 815 वोट मिले थे और उन्हें 39,624 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। बता दें कि टीएस सिंह देव इस सीट से तीन बार विजयी रहे हैं।
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