छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले तैयारियों में जुटी भाजपा, 5 राज्यों के विधायकों को मिली ये जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा अपनी तैयारियो में जुट चुकी है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को राज्य में जीत की उम्मीद है। ऐसे में 5 राज्यों के भाजपा विधायक छत्तीसगढ़ पहुंचने वाले हैं।
छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 'विधायक प्रवास अभियान' के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार राज्यों के 57 विधायक यहां पहुंच गए हैं। इस दौरान प्रत्येक विधायक एक विधानसभा क्षेत्र में एक सप्ताह बिताएगा और पार्टी के लिए काम करेगा। इससे पहले सोमवार को भाजपा के राज्य मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में एक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। दौरे पर आए विधायक असम और तीन गैर-भाजपा शासित राज्यों- बिहार, ओडिशा और झारखंड से हैं। प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल मौजूद थे।
पांच राज्यों के भाजपा विधायक पहुंचेंगे छत्तीसगढ़
कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए साव ने कहा, ''पांच राज्यों के भाजपा विधायक छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। उनमें से प्रत्येक विधायक एक विधानसभा क्षेत्र में एक सप्ताह बिताएगा और काम करेगा।'' साव ने कहा, ''यह अभियान विधायकों को संगठनात्मक संरचना, राज्य के राजनीतिक परिदृश्य और राज्य में पार्टी कार्यकर्ता कैसे काम करते हैं, इसके बारे में जानने का अवसर देगा। इसके अलावा राज्य के भाजपा कार्यकर्ताओं को इन विधायकों के अनुभव से लाभ मिलेगा और वे उन राज्यों में भाजपा की कार्यप्रणाली के बारे में जान सकेंगे। अन्य राज्यों से आए विधायक विधानसभा क्षेत्रों में अपने सप्ताह भर के दौरे के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।''
इन राज्यों के विधायक होंगे शामिल
उन्होंने बताया कि विधानसभा सीटों के दौरे से पहले विधायकों को राज्य की भू-राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया जा रहा है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि अब तक चार राज्यों के विधायक यहां पहुंच चुके हैं, जबकि अगले महीने पश्चिम बंगाल के पार्टी विधायकों का भी इसी अभियान के तहत यहां पहुंचने का कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि दौरे पर आए विधायक स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे और उन्हें आगामी चुनावों को देखते हुए महत्वपूर्ण सुझाव देंगे। वे मैदान में मतदाताओं से चर्चा भी करेंगे। उन्होंने कहा कि दो पड़ोसी राज्यों ओडिशा और झारखंड के विधायकों के सुझाव भी अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियों में मददगार साबित होगा। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं की गई है।
भाजपा की छत्तीसगढ़ में जीत की उम्मीत
छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही भारतीय जनता पार्टी ने पिछले सप्ताह उन 21 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी जहां उसे पिछली बार हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा की सूची में 16 नए चेहरे हैं, जिनमें से अधिकांश जिला पंचायतों के प्रतिनिधि हैं। जबकि पांच उम्मीदवार पूर्व विधायक हैं। सूची में पांच महिलाएं भी शामिल हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 68 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा 15 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी। जेसीसी (जे) को पांच सीटें मिलीं थी और उसकी सहयोगी बसपा ने दो सीटें जीती थी। कांग्रेस के पास वर्तमान में 71 विधायक हैं।
(इनपुट-भाषा)