भूपेश बघेल ने ईडी पर उठाए सवाल, कहा- 'व्यक्ति के आरोपों पर एजेंसी अभी जांच करेगी, लेकिन बदनाम करने के लिए...'
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस तैयार है। कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है। ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
रायपुर: महादेव बेटिंग एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर नए आरोपों के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता सीएम बघेल पर तीखा हमला बोल रहे हैं। वहीं इसी बीच भूपेश बघेल ने भी अपनी तरफ से जवाब दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (ट्विटर) पर उन्होंने कहा कि मुझे मालुम है कि बीजेपी को यहां अपनी सबसे बुरी हार दिख रही है। इसलिए अब वह ईडी, आईटी और सीबीआई जैसे संस्थाओं के जरिए चुनाव लड़ना चाहती है।
भूपेश बघेल ने कहा, "जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे घटिया प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है।"
'बयान की बिना जांच किए ईडी ने जारी कर दी प्रेस रिलीज'
भूपेश बघेल ने कहा कि ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है। ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है। अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है।
'चुनाव के समय केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ चल रही है?'
उन्होंने कहा कि इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं। सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है। पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है। वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है।