देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 3 दिसंबर को इन चुनावों का परिणाम घोषित होगा। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव 2023 में होने वाला है। इस बीच विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के दो दलों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा में विवाद देखने को मिल रहा है। इस बाबत अखिलेश यादव ने एक बयान जारी किया था। इसपर कांग्रेस नेता व छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि उनकी सोच के लिए मैं क्या कह सकता हूं। वे काफी पढ़े लिखे हैं, मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, तौ मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।
अखिलेश यादव के विवाद पर कांग्रेस नेता का बयान
इससे पहले कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अखिलेश यादव के बयान पर कहा था, 'जब चुनाव होते हैं तो टिकटों पर आपसी खींचतान स्वभाविक बात है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि विपक्षी गठबंधन के बेहद महत्वपूर्ण सदस्य हैं अखिलेश यादव और हमारी पार्टी के कई लोग उनके संपर्क में हैं। हर बार I.N.D.I.A गठबंधन पर सवाल उठा देना जल्दबादी और अपरिपक्वता है।' बता दें कि अखिलेश यादव ने कांग्रेस के खिलाफ दिए अपने बयान में कहा था कि सब जानकारी लेने के बाद भी कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में उन्हें सीटें नहीं दी।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने यहां तक कह डाला कि अब लोकसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे और गठबंधन पर वह विचार करेंगे। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने उनके साथ जैसा व्यवहार किया है, वो भी उनके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कैसे गठबंधन होगा हम देखेंगे। अगर पता होता कि कांग्रेस ऐसा करने वाली है तो हम अपनी लिस्ट ही नहीं देते और न ही उनका फोन उठाते।' विवाद के बाद अखिलेश यादव ने सपा उम्मीदवारों के 22 नामों की दूसरी लिस्ट को जारी कर दिया। दरअसल अखिलेश यादव को भरोसा है कि मध्य प्रदेश की कई सीटों पर सपा मजबूत है और उनके उम्मीदवार यहां जीत दर्ज कर सकते हैं।