मध्य प्रदेश में 10 हाथियों की मौत से बवाल मचा हुआ है। इस बीच मध्य प्रदेश से सटे छत्तीसगढ़ में भी एक हाथी की मौत हो गई है। बिलासपुर वन मंडल के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कथित तौर पर करंट लगने से एक हाथी शावक की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना अचानकमार बाघ संरक्षित क्षेत्र से सटे तखतपुर वन परिक्षेत्र के टिंगीपुर इलाके में हुई है।
मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र में स्थित अचानकमार बाघ संरक्षित क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक मनोज पांडेय ने बताया कि एसटीपीएफ (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फ़ोर्स) की टीम ने इस क्षेत्र से लगभग एक किलोमीटर दूर बिलासपुर जिले के तखतपुर वन मंडल में टिंगीपुर इलाके के परसापारा गांव के पास हाथी के एक शावक का शव बरामद किया।
दो दिन पुराना है शव
मनोज पांडेय ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद बिलासपुर और मुंगेली वन मंडल, वन विकास निगम और एटीआर के वन अधिकारियों का दल घटनास्थल पर पहुंचा। उन्होंने बताया कि लगभग चार वर्ष के नर शावक का शव करीब दो दिन पुराना है। अधिकारी ने बताया कि हाथी शावक के गले और पैर में जलने तथा चोट के निशान हैं। आशंका है कि शिकार की नीयत से बिछाए गए बिजली के तारों से उलझ कर शावक की मौत हुई है। पांडेय ने बताया कि 30 अक्टूबर की रात को हाथी शावक की मौत हुई होगी।
शिकारियो के तार में उलझा हाथी
घटनास्थल के आसपास का मुआयना करने पर कहीं भी बिजली के तार नहीं मिले हैं लेकिन वहां सूअरों के पैरों के निशान जरूर हैं। संभवतः जंगली सूअरों का शिकार करने के लिए शिकारियों ने तार बिछाए होंगे जिसकी चपेट में हाथी का शावक आ गया। वन अधिकारी ने बताया कि दो दिन पहले हाथियों का एक दल इस इलाके में विचरण कर रहा था। इस दल में चार हाथी और एक शावक शामिल था। आशंका है कि उस दल का शावक करंट की चपेट में आ गया। पांडेय ने बताया कि वन विभाग के दल ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चिकित्सकों का दल शव का पोस्टमार्टम कर रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में अधिक जानकारी मिली सकेगी। (इनपुट- पीटीआई भाषा)