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छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की टूट रही कमर, 14 नक्सली गिरफ्तार; इनमें से 11 के सिर पर था 41 लाख का इनाम

पकड़े गए नक्सली मिलिट्री कंपनी नंबर दो और एवं गंगालूर एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय हैं। इनसे चार टिफीन बम, दो कुकर बम, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, जिलेटीन की छड़ और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।

crpf jawan- India TV Hindi Image Source : PTI नक्सलियों की तलाश करते सीआरपीएफ जवान

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने छह महिला नक्सलियों समेत 14 नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में से 11 के सिर पर कुल 41 लाख रुपये का इनाम है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुतवेंडी-पीड़िया गांव के जंगल में सुरक्षाबलों ने छह महिला नक्सलियों समेत 14 नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत रविवार को डीआरजी बीजापुर और गंगालूर थाना के दल के गश्त के लिए रवाना किया गया था। वापसी के दौरान सुरक्षाबलों ने पीड़िया-मुतवेंडी के मध्य जंगल में घेराबंदी कर 14 नक्सलियों का गिरफ्तार कर लिया।

टिफीन बम, कुकर बम, डेटोनेटर और जिलेटीन की छड़ बरामद

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों में शामिल रेनु कोवासी और मंगली अवलम के सिर पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम है। अन्य नक्सली बिच्चेम उईका, शर्मिला कुरसम और लक्ष्मी ताती के सिर पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में से चार के सिर पर दो-दो लाख रुपये तथा दो के सिर पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए नक्सली मिलिट्री कंपनी नंबर दो और एवं गंगालूर एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय हैं। इनसे चार टिफीन बम, दो कुकर बम, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, जिलेटीन की छड़ और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।

10 मई को ढेर किए थे 12 नक्सली

राज्य के बीजापुर जिले में 10 मई को पीड़िया गांव के जंगल में 12 घंटे तक हुई कई मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया था। पुलिस ने कहा था कि संदेह के आधार पर मुठभेड़ स्थल से कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्थानीय ग्रामीणों और नक्सलियों ने दावा किया था कि 10 मई को हुई मुठभेड़ फर्जी थी और मारे गए लोग ग्रामीण थे जो जंगल में तेंदू पत्ता एकत्र करने गए थे। पुलिस ने उनके दावों का खंडन किया है और कहा है कि इस घटना में मारे गए सभी लोग नक्सली थे और उनके सिर पर नकद इनाम था। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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