PM Mudra Yojana: सोशल मीडिया पर आजकल लोगों ने ठगी करने के नए-नए तरीके ढूंढ लिए हैं। साइबर अपराधी केंद्र सरकार की योजनाओं का सहारा लेकर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। आजकल प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) से जुड़ा एक लेटर काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि, PM Mudra Yojana में लोगों को सरकार की तरफ से स्वरोजगार के लिए कम ब्याज दर पर लोन मुहैया कराया जाता है।
जानिए वायरल मैसेज में क्या दावा किया जा रहा है?
सोशल मीडिया पर एक लेटर तेजी से सर्कुलेट किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह लेटर पीएम मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) से जुड़ा हुआ है। इस स्वीकृति पत्र में पीएम मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपए के लोन अप्रूव होने के बात कही जा रही है। हालांकि, इसके लिए लोगों को पहले वेरिफिकेशन और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 4,500 रुपये देने होंगे।
जानिए सच्चाई
सरकार के लिए सोशल मीडिया पर वायरल भ्रामक तथ्यों की जांच करने वाली प्रेस सूचना ब्यूरो (Press Information Bureau) की फैक्ट चेक ने ट्वीट कर इस वायरल मैसेज को फर्जी बताया है और कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऐसा कोई पत्र नहीं जारी किया गया है। PIB Fact Check ने ट्वीट में ये भी कहा है कि वित्त मंत्रालय ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया है, लोन स्वीकृति से जुड़ा यह पत्र फर्जी है। केंद्र सरकार के नाम पर हो रहे ऐसे धोखाधड़ी के प्रयासों से सावधान रहें और सतर्क रहें। साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को लेकर frequently asked question का लिंक भी शेयर किया है, जिसमें आप अधिक जानकारी ले सकते हैं।
जानिए PM Mudra Yojana के बारे में
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत लोगों को अपना बिजनेस शुरू करने के लिए लोन दिया जाता है। इस लोन की खास बात यह है कि इसके लिए आपको किसी तरह की कोई गारंटी नहीं मांगी जाती है। इस योजना के तहत ग्रामीणों को 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक के लोन आसानी से देने की व्यवस्था की गई है। साथ ही इस स्कीम के तहत मिलने वाले लोन पर ब्याज की दरें भी सस्ती होती है।