इस कहानी को सुनकर आप इसका मर्म तो समझ ही गए होंगे। अगर नहीं समझे तो चलिए आपको समझा देते हैं.....
दरअसल यह पूरी लड़ाई टार्गेट ऑडियंस को लेकर है
पेठा कुछ भी नहीं है, लेकिन यह बाजार में मुख्यधारा के लोगों की पसंद बना हुआ है जिसका नाम Peter England
विकास मिठाई Van Heusen ब्रांड के जैसी है, जो आमतौर पर लक्जरी कपड़ों की डीलिंग करती है।
वहीं आनंद मिठाई Allen Solly के जैसी है, जो इन दोनों वर्ग के लोगों के इतर की पसंद है।
वहीं Louis Philippe बाजार की लक्जरियस स्वीट की दुकान है और लोगों को लक्जरी फॉर्मल और कैजुअल कपड़े उपलब्ध करा रही है।
लब्बोलुआब- सुरेश और उसके पिता की इस छोटी सी कहानी ने बाजार के पूरे गणित को समझा दिया।