मुंबई: देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह आधा फीसदी से अधिक गिरावट रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 0.60 फीसदी या 169.08 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 28,067.31 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.54 फीसदी या 46.05 अंकों की गिरावट के साथ 8,518.55 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 11 में तेजी रही, जिनमें प्रमुख रहे ल्युपिन (5.86 फीसदी), सन फार्मा (5.57 फीसदी), टीसीएस (5.56 फीसदी), इंफोसिस (4.87 फीसदी) और सिप्ला (3.40 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स के 19 शेयरों में गिरावट रही, जिनमें प्रमुख रहे वेदांता (17.19 फीसदी), हिंडाल्को (14.87 फीसदी), टाटा स्टील (9.52 फीसदी), टाटा मोटर्स (9.48 फीसदी) और कोल इंडिया (9.17 फीसदी)।
गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 0.90 फीसदी या 103.74 अंकों की गिरावट के साथ 11,453.78 पर और स्मॉलकैप 2.79 फीसदी या 337.69 अंकों की गिरावट के साथ 11,766.78 पर बंद हुआ।
शुक्रवार 14 अगस्त को जारी आंकड़े के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर जुलाई 2015 में नकारात्मक 4.05 फीसदी रही, जो जून में नकारात्मक 2.4 फीसदी थी और जुलाई 2014 में 5.41 फीसदी थी।
बुधवार 12 अगस्त 2015 को जारी सरकारी आंकड़े के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर जुलाई 2015 में घटकर 3.78 फीसदी रही, जो जून में 5.4 फीसदी थी।
बुधवार 12 अगस्त को ही जारी एक अन्य सरकारी आंकड़े के मुताबिक जून 2015 में औद्योगिक उत्पादन विकास दर 3.8 फीसदी रही, जो मई संशोधन के बाद 2.5 फीसदी थी।
गुरुवार को संसद का मानसून सत्र समाप्त हो गया। इस सत्र में कोई महत्वपूर्ण विधेयक पारित नहीं हो पाया।
गुरुवार 13 अगस्त को चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और युआन में और गिरावट का कोई कारण नहीं है। इससे पहले मंगलवार 11 अगस्त को उसने की केंद्रीय समतुल्यता दर तय करने की प्रणाली में संशोधन करते हुए इस दर को दो फीसदी घटा दिया, जो चीन विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा समायोजन था।