नई दिल्ली: अमेरिका में मंदी की मार से बचने के लिए दो साल पहले मुंबई पहुंचे डिस्काउंट ब्रोकिंग के तीन एक्सपर्ट ने अपनी कंपनी शुरू की। दो साल के अंदर ही 50 कर्मचारियों के साथ डिस्काउंट ब्रोकिंग कंपनी आरकेएसवी का टर्नओवर 4,000 करोड़ रुपए(रोजाना) पहुंच गया। यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के कुल टर्नओवर का 1.3 फीसदी है। जबकि, मुंबई में पिछले कई दशकों से इस क्षेत्र में काम कर रही दिग्गज कंपनियों का एनएसई टर्नओवर का महज 5-6 फीसदी है। अप्रैल 2008 में जब सेबी ने डायरेक्ट मार्केट एक्सेस (डीएमए) को मंजूरी दी तभी अमेरिका की इस तिकड़ी ने भारत में किस्मत आजमाने का फैसला कर लिया था।
अगली स्लाइड में पढ़ें कैसे पड़ा कंपनी का नाम