नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने मैगी के देशभर से और नमूने जुटाए हैं। सरकार ने साथ ही चेतावनी दी कि मैगी में नुकसानदेह पदार्थ सीमा से अधिक पाए जाने पर इसका प्रचार करने वाले भी समान रूप से जिम्मेदार होंगे। पिछले दिनों मैगी के कुछ नमूनों में कुछ नुकसानदेह पदार्थ सीमा से अधिक पाए गए थे।
मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले ने एक बयान में कहा, "उत्तर प्रदेश के अधिकारियों द्वारा मैगी में लीड की सीमा से अधिक मौजूदगी पाए जाने से संबंधित खबर को लेकर हम ग्राहकों की चिंता से वाकिफ हैं। हम अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। अधिकारी और नमूनों का परीक्षण कर रहे हैं और परिणामों का इंतजार कर रहे हैं।"
उधर, खाद्य और उपभोकता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने सोमवार को कहा, "एफएसएसएआई ने इस मामले को हाथ में ले लिया है। वह कार्रवाई करेगा। हमने पहले ही इस बारे में एफएसएसएआई को लिखा है।" उपभोक्ता मामलों के अतिरिक्त सचिव जी गुरुचरण ने कहा कि खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण ने देश भर से परीक्षण के लिए कुछ नमूने एकत्र किए हैं।
उत्तराखंड के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को मैगी का प्रचार करने पर नोटिस भेजने के बारे में पूछने पर गुरुचरण ने कहा कि यदि विज्ञापन भ्रमित करने वाले होंगे, तो प्रचार करने वाले भी जिम्मेदार माने जाएंगे।